“धनखड़ का इस्तीफा: अब कौन बनेगा देश का ‘संविधान का पहरेदार’? अगला उपराष्ट्रपति तय करेगा 2029 का सियासी ट्रैक!” 🛑
नई दिल्ली – देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने राजधानी की सियासी सरगर्मी को अचानक तेज़ कर दिया है। अब सवाल एक ही है: “कौन संभालेगा देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद?”
चुनाव आयोग जल्द ही उपराष्ट्रपति चुनाव की तारीख घोषित कर सकता है, लेकिन उससे पहले ही देश भर में चर्चाएं शुरू हो गई हैं – क्या यह कोई बुजुर्ग अनुभवी नेता होंगे? या कोई युवा चेहरा जो 2029 की सियासत की नींव रखेगा?
🔴 मोदी सरकार की ओर से संभावित नामों में एक दक्षिण भारत से, एक महिला उम्मीदवार और एक पूर्व गवर्नर की चर्चा चल रही है।
🔵 वहीं विपक्ष एक संयुक्त उम्मीदवार की तलाश में है, जो भाजपा को कड़ी चुनौती दे सके।
🗳️ पिछले कुछ वर्षों से राज्यसभा की कार्यवाही और देश के संवैधानिक संतुलन में उपराष्ट्रपति की भूमिका बेहद निर्णायक रही है। ऐसे में नया उपराष्ट्रपति न केवल राज्यसभा का चेहरा होगा, बल्कि वह सत्ता और विपक्ष के बीच संविधान का सेतु भी बनेगा।
📌 देश की निगाहें अब सिर्फ एक बात पर टिकी हैं — अगला उपराष्ट्रपति कौन? और क्या वो 2029 की प्रधानमंत्री रेस को भी प्रभावित करेगा?



