Rajasthan: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य राईका पर गंभीर आरोप लगे हैं कि वह यूपीएससी में अपनी नियुक्ति के लिए लॉबिंग कर रहे थे। यह आरोप तब सामने आए जब उनके कार्यकाल के दौरान 24 महत्वपूर्ण परीक्षाओं में पेपर सेट करने से लेकर इंटरव्यू तक में हस्तक्षेप की जानकारी मिली। राईका को पूर्व मंत्री की सिफारिश पर RPSC का सदस्य नियुक्त किया गया था, और इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्णयों में प्रभाव डालने का प्रयास किया।
पूर्व मंत्री की सिफारिश से नियुक्ति
राईका की नियुक्ति पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्हें एक पूर्व मंत्री की सिफारिश के आधार पर RPSC का सदस्य बनाया गया था। उनकी नियुक्ति के बाद से ही उनके द्वारा लिए गए निर्णयों में अनियमितताओं की खबरें आने लगी थीं। कहा जा रहा है कि उन्होंने पेपर सेट करने, मूल्यांकन और यहां तक कि इंटरव्यू के दौरान भी अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया।
24 परीक्षाओं में दखल
राईका पर 24 महत्वपूर्ण परीक्षाओं में पेपर सेट करने और इंटरव्यू में हस्तक्षेप का आरोप है। इन परीक्षाओं में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था और अब यह आशंका जताई जा रही है कि इन परीक्षाओं में गड़बड़ी की गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि राईका ने कुछ अभ्यर्थियों के चयन के लिए दबाव डाला और उन्हें लाभ पहुंचाने की कोशिश की।
यूपीएससी में लॉबिंग का प्रयास
राईका के खिलाफ सबसे गंभीर आरोप यह है कि उन्होंने यूपीएससी में अपनी नियुक्ति के लिए लॉबिंग की। इसके लिए उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए उच्च अधिकारियों और राजनीतिक संबंधों का सहारा लिया। यह मामला सामने आने के बाद आयोग और सरकार दोनों पर दबाव बढ़ गया है कि वे इस पर कार्रवाई करें और मामले की जांच करें।
राईका के खिलाफ इन आरोपों के बाद आयोग में पारदर्शिता और निष्पक्षता के सवाल उठने लगे हैं। यह देखना होगा कि सरकार और आयोग इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं।