Haryana: फरीदाबाद के पुराने रेलवे अंडरपास में जलभराव के कारण बैंक के उपाध्यक्ष पुण्याश्रय शर्मा और कैशियर वीराज द्विवेदी की मौत के मामले में प्रशासनिक और पुलिस स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है। अतिरिक्त जिला उपायुक्त आनंद शर्मा ने जिला उपायुक्त के आदेश पर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
अधिकारियों को भेजा नोटिस
एडीसी आनंद शर्मा ने नगर निगम के अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों को नोटिस भेजा है और सोमवार को सुनवाई के लिए उपस्थित होने को कहा है। पीड़ित परिवार को भी जांच में शामिल किया जाएगा ताकि वे अपनी शिकायत दे सकें। नगर निगम आयुक्त ए. मोना श्रीनिवास ने इस मामले में शुक्रवार को ही मुख्य अभियंता से रिपोर्ट भी मांगी है। एडीसी ने कहा कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
पुलिस भी कर रही है कार्रवाई
पुलिस भी इस मामले पर संज्ञान ले रही है और जांच शुरू कर दी है। मृतक वीराज के भाई विक्रम ने भी शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की है। सोमवार को नाइट पुलिस स्टेशन में शिकायत दी जाएगी।
वीराज एक बहुत ही हंसमुख व्यक्ति थे। उनके बैंक के सहयोगी विवेक पांडे ने कहा कि वीराज हर सुबह उठकर पूजा करते थे और फिर बैंक आते थे, जहां वे सबके साथ हंसते-मुस्कुराते रहते थे। उनके चेहरे पर कभी चिंता का कोई संकेत नहीं दिखता था। यह एक बहुत बड़ा नुकसान है। एक अन्य सहकर्मी सुरेंद्र मिश्रा ने कहा कि वीराज जैसा कोई भी नहीं हो सकता।
अंडरपास की स्थिति और जलभराव
अंडरपास में जलभराव की समस्या लंबे समय से चली आ रही है, लेकिन इस पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। जलभराव के कारण कई बार यातायात प्रभावित हुआ है, लेकिन इस बार इसका परिणाम घातक साबित हुआ।
प्रशासन की जिम्मेदारी
प्रशासन को इस मामले में जवाबदेह ठहराया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थिति का तुरंत समाधान करें और अंडरपास की मरम्मत एवं सुधार के कार्य को प्राथमिकता दें।
यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि सार्वजनिक सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के रखरखाव में लापरवाही की कीमत कितनी भारी हो सकती है। प्रशासन और पुलिस को इस पर पूरी गंभीरता से कार्रवाई करनी होगी ताकि मृतकों के परिवारों को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।