Kota News: कोटा में बारावफात की झांकी के दौरान राष्ट्रीय ध्वज के अपमान की घटना ने गहरा विवाद खड़ा कर दिया है। शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई है और झांकी में तिरंगे को चाँद-तारे के प्रतीक के साथ दिखाए जाने को देश के खिलाफ साजिश करार दिया है। उन्होंने इस संबंध में कोटा रेंज के पुलिस महानिदेशक से बात की और तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया।
घटना का विवरण
बारावफात के अवसर पर आयोजित एक झांकी में राष्ट्रीय ध्वज को अपमानित करने और तिरंगे की जगह चाँद-तारे का प्रतीक लगाए जाने की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। झांकी में भारतीय तिरंगे को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया था, जिससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
मंत्री मदन दिलावर की प्रतिक्रिया
मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कोटा रेंज के पुलिस महानिदेशक रवि दत्त गौड़ से बातचीत की और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यह घटना देश के खिलाफ साजिश का प्रतीक है और इसके दोषियों को कठोर दंड दिया जाएगा।
दिलावर ने राज्य के डीजी उक्छल रंजन साहू को भी इस मामले की गंभीरता से जांच करने और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को सहन नहीं किया जाएगा और तिरंगे का अपमान करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी।
पुलिस की कार्रवाई
मंत्री दिलावर के निर्देशों के बाद, कोटा रेंज के पुलिस महानिदेशक रवि दत्त गौड़ ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की पहचान कर उन्हें कानून के दायरे में लाने के लिए तत्पर हैं। इस मामले को लेकर राज्य के डीजी उक्छल रंजन साहू ने भी अपनी टीम को सक्रिय किया है और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय जनता में गुस्सा और असंतोष देखा गया है। लोगों ने कहा है कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है और दोषियों को जल्द से जल्द दंड मिलना चाहिए। स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
भविष्य की दिशा
इस घटना ने एक बार फिर यह दर्शाया है कि देश के प्रतीकों का अपमान कितना संवेदनशील मुद्दा हो सकता है। ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए प्रशासन को तत्काल और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।