आज का पंचांग, 18 सितंबर 2024: इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण सुबह 6 बजकर 12 मिनट से लगा है. बुधवार से पितृ पक्ष का प्रारंभ है, जिसमें पितरों के लिए तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान आदि किया जाएगा. इस दिन भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा तिथि, पूर्व भाद्रपद नक्षत्र, गण्ड योग, बव करण, उत्तर का दिशाशूल और मीन राशि का चंद्रमा है. यह चंद्र ग्रहण मीन राशि में ही लगेगा. इसका सूतक काल भारत में नहीं मान्य होगा क्योंकि अपने देश में यह दिखाई नहीं देगा. यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण है, जिसका परमग्रास सुबह 8:14 बजे होगा. हालांकि चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना होता है. चंद्र ग्रहण के दिन पंचक भी लगा है. यह पंचक राज पंचक है क्योंकि इसका प्रारंभ सोमवार से हुआ है.
आश्विन प्रतिपदा तिथि सुबह 08:04 बजे से शुरू होगी, इसलिए पितृ पक्ष का प्रारंभ भी इसके साथ हो जाएगा. पितृ पक्ष के 15 दिनों में तर्पण, श्राद्ध, पितृ दोष मुक्ति के उपाय, पंच बलि कर्म, दान आदि किया जाता है. पितृ पक्ष में पितर धरती पर आते हैं और अपने वंश से तृप्त होने की उम्मीद करते हैं. इसमें हर व्यक्ति को अपने पितरों को प्रसन्न करना चाहिए. उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख और समृद्धि आती है. परिवार में सुख और शांति बनी रहती है.
बुधवार के दिन व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजा करते हैं. गणेश जी की कृपा से सभी दुख और संकट दूर होते हैं. कार्यों में आने वाली बाधाएं खत्म होती हैं. गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनको प्रसन्न करना जरूरी है. इसके लिए आप मोदक, लड्डू आदि का भोग लगाएं. दूर्वा और सिंदूर अर्पित करें. मूंग के लड्डुओं का भोग लगाने से बुध ग्रह भी मजबूत होता है. इस दिन हरे रंगे के वस्त्र, हरे फल, कांसे के बर्तन आदि का दान करने से बुध दोष दूर होता है. वैदिक पंचांग से जानते हैं सूर्योदय, चंद्रोदय समय, शुभ मुहूर्त, पंचक, राहुकाल, दिशाशूल आदि.