Haryana Assembly Elections 2024 के लिए सभी पार्टियाँ जोर-शोर से प्रचार में लगी हैं। इस बीच, भाजपा के टिकट वितरण को लेकर कई नेताओं में नाराजगी देखी गई। हालांकि, नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन, भाजपा ने कई बागियों को मनाने में सफलता प्राप्त की।
फिर भी, भाजपा में आंतरिक कलह की बातें जारी हैं, जिनका जवाब कार्यकारी मुख्यमंत्री नायब सिंग सैनी ने दिया। इसके साथ ही, उन्होंने दिल्ली के नए मुख्यमंत्री अतिशी को बधाई देते हुए अरविंद केजरीवाल पर तंज भी कसा है।
मुख्यमंत्री सैनी ने अतिशी को दी बधाई
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया है और दिल्ली की कमान अतिशी को सौंप दी है। इस पर टिप्पणी करते हुए, मुख्यमंत्री नायब सिंग सैनी ने कहा, “मैं दिल्ली की प्रस्तावित मुख्यमंत्री अतिशी को इस पद के लिए बधाई देता हूँ। लेकिन, मैं उनसे अपील करता हूँ कि वे दिल्ली की जनता के हित में निर्णय लें, न कि अरविंद केजरीवाल के हित में।”
भाजपा में आंतरिक कलह पर प्रतिक्रिया
भाजपा में आंतरिक कलह को लेकर उठ रही बातों पर मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि भाजपा में कोई आंतरिक विवाद नहीं है। सैनी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में आंतरिक कलह है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा में कोई नाराजगी नहीं है और सभी पार्टी के कार्यकर्ता कमल के फूल के लिए काम कर रहे हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ
हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को सभी 90 सीटों पर मतदान के लिए निर्धारित है। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। भाजपा ने चुनावी रणनीति में आंतरिक कलह को सुलझाते हुए, अपने प्रचार और संगठन को मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।
दिल्ली में मुख्यमंत्री का बदलाव
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, दिल्ली की राजनीति में नए मुख्यमंत्री के रूप में अतिशी का नाम सामने आया है। अतिशी की नियुक्ति पर दिल्ली के लोगों के विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। राजनीतिक विश्लेषक और विपक्षी नेता इस बदलाव को कई दृष्टिकोण से देख रहे हैं, और इसके प्रभाव को लेकर आशंकाएं और उम्मीदें व्यक्त की जा रही हैं।
नायब सिंग सैनी का बयान और राजनीतिक स्थिति
मुख्यमंत्री नायब सिंग सैनी ने बयान दिया कि भाजपा में सब कुछ सही है और पार्टी के कार्यकर्ता एकजुट हैं। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वहां की स्थिति अस्थिर है और आंतरिक कलह की समस्याएँ उभर रही हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद, सभी पार्टियों ने अपनी रणनीतियों और प्रचार के तरीकों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने और चुनावी मैदान में मजबूती से उतरने के लिए तैयारियों में जुटी है।