Jaipur News: महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राज्य भर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आज सचिवालय पहुंचकर गांधीजी की प्रतिमा पर फूलों की माला अर्पित की। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, शहरी विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेधम, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, जयपुर शहर की सांसद मंजू शर्मा, राज्य मंत्री मंजू बागमार, सुरेश सिंह रावत और अन्य मंत्री भी सचिवालय में उपस्थित थे।
गांधी जयंती के अवसर पर सीएम का संदेश
सीएम भजनलाल शर्मा ने गांधी जयंती पर सभी को बधाई देते हुए कहा, “महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर मैं सभी को बधाई देता हूं। इन दोनों महान व्यक्तियों ने राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमारा देश महात्मा गांधी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। केवल हमारा देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया उनके सिद्धांतों का पालन कर रही है। मैं उनके प्रति बहुत श्रद्धा के साथ झुकता हूं।”
सीएम ने गांधी की प्रतिमा पर माला अर्पित करने के बाद सचिवालय के मुख्य भवन में रामधुनी का श्रवण किया। इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की और गांधीजी के विचारों और योगदान पर चर्चा की।
महात्मा गांधी की जीवन यात्रा
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उनका असली नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। उन्होंने अपने जीवन में सत्य, अहिंसा और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को अपनाया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने सत्याग्रह और असहमति के शांतिपूर्ण उपायों के माध्यम से भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए प्रयास किए।
गांधीजी के सिद्धांतों ने न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में लोगों को प्रेरित किया। उनके विचारों ने अनेक देशों के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी शिक्षाओं ने सामाजिक सुधारों, नागरिक अधिकारों और मानवता के लिए संघर्ष करने वाले लोगों को प्रेरित किया।
गांधीजी के सिद्धांतों का वैश्विक प्रभाव
सीएम भजनलाल शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि गांधीजी के सिद्धांत न केवल भारतीय समाज बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण हैं। आज की दुनिया में जहां विभिन्न प्रकार की हिंसा और असहमति देखी जा रही है, गांधीजी का अहिंसक प्रतिरोध और सत्य का मार्ग अपनाना अत्यंत आवश्यक है।
विभिन्न देशों के नेताओं ने भी गांधीजी के सिद्धांतों को अपनाया है और उनके द्वारा प्रस्तुत मूल्यों को अपने देशों में लागू करने की कोशिश की है। उनका विचार था कि कोई भी परिवर्तन बिना संघर्ष के संभव नहीं है, लेकिन यह संघर्ष अहिंसक तरीके से होना चाहिए।
कार्यक्रम का महत्व
गांधी जयंती का यह कार्यक्रम न केवल महात्मा गांधी के योगदान को याद करने का अवसर है, बल्कि यह उन सिद्धांतों को लागू करने की प्रेरणा देने का भी एक अवसर है जिनके लिए उन्होंने जीवनभर संघर्ष किया।
राज्य सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों को गांधीजी के विचारों के प्रति जागरूक करना और समाज में उनके सिद्धांतों को फैलाना महत्वपूर्ण है।
शांति और सहिष्णुता का संदेश
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गांधीजी का संदेश आज की दुनिया में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। शांति, सहिष्णुता और एकता के सिद्धांतों को अपनाकर हम एक बेहतर समाज बना सकते हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे गांधीजी के सिद्धांतों का पालन करें और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए कार्य करें।
उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने समाज में व्याप्त नफरत और हिंसा को खत्म करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। गांधीजी के सिद्धांतों को अपनाकर हम न केवल अपने देश को बल्कि पूरे विश्व को एक बेहतर स्थान बना सकते हैं।