Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के लोकसभा नेता विपक्ष और सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर से भाजपा पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने अपनी रैली में किसानों, सैनिकों और संविधान पर विशेष ध्यान केंद्रित किया। राहुल गांधी की हरियाणा से बढ़ती जुड़ाव की चर्चा अब आम जनता की जुबान पर है। इस रैली में उन्होंने मथुरा की जलेबी से लेकर गोहाना के चावल तक का जिक्र किया। एक किसान ने, जो मदिना का निवासी था, राहुल गांधी को अपने द्वारा उगाए गए चावल भेंट किए।
किसानों, सैनिकों और संविधान का मुद्दा
राहुल गांधी ने पुरानी रोहतक की सीटों पर ध्यान केंद्रित करते हुए किसानों, सैनिकों और संविधान के मुद्दों को बेहतरीन तरीके से उठाया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी का कानून तुरंत लाया जाएगा और किसानों को उनके सालों से लंबित मांगों का समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने रोजगार और अग्निवीर योजना के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर जोरदार हमला किया। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा संविधान को समाप्त करना चाहती है, जबकि कांग्रेस संविधान की रक्षा तक जीने के लिए प्रतिबद्ध है। इस जनसभा में राज्य अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि अब भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है।
पार्टी के नेताओं के बीच संघर्ष की स्वीकार्यता
रैली के दौरान राहुल गांधी ने पहली बार सार्वजनिक मंच से यह स्वीकार किया कि कांग्रेस नेताओं के बीच संघर्ष है। उन्होंने बिना भूपेंद्र हुड्डा और शैलजा का नाम लिए कहा कि कभी-कभी कांग्रेस के शेर आपस में झगड़ते हैं, जिसके लिए उन्हें शांत करना पड़ता है। जब राहुल गांधी यह कह रहे थे, तब मंच पर बैठे सांसद दीपेंद्र हुड्डा मुस्कुरा रहे थे। इसी दौरान, राहुल गांधी ने शेरों का जिक्र किया, लेकिन शेरनियों का नाम नहीं लिया। एक महिला ने उन्हें याद दिलाया, तो उन्होंने अपनी बात समाप्त करने के बाद फिर से माइक लिया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास शेरनियाँ भी हैं।
छोटे व्यापारियों और दुकानदारों से संबंध
राहुल ने कहा कि रैली के दौरान छोटे दुकानदारों और व्यापारियों ने उन्हें बताया कि भाजपा सरकार ने नोटबंदी और गलत जीएसटी लागू करके उनके व्यापार को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल 2-3 उद्योगपतियों के लिए चल रही है। बेरोजगारी के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पहले छोटे-मध्यम उद्योगों को बंद किया और फिर अग्निवीर योजना के जरिए सेना में शामिल होने का रास्ता बंद कर दिया। यह सरकार सैनिकों को पेंशन, उनके परिवारों के लिए कैंटीन और शहादत की स्थिति में उन्हें शहीद का दर्जा देने से बचने की कोशिश कर रही है। इसके पीछे की वजह यह है कि यह देश के रक्षा बजट को अपने करीबी उद्योगपतियों की कंपनियों को सौंपने की योजना बना रही है।
राहुल गांधी का किसान परिवार के घर रुकना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, जो राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे, मंगलवार को सोनीपत से गोहाना जाते समय गांव बादवसनी के किसान शीनू के घर रुके और खाना मांगा। किसान के परिवार को अचानक राहुल गांधी को अपने घर देख कर आश्चर्य हुआ। राहुल गांधी ने किसान के घर पर चूल्हे की रोटी, भिंडी, जूचिनी और हरी सब्जियों के साथ रायता भी चखा। किसान की पत्नी ने चूल्हे पर रोटी बनाई और उन्हें मक्खन के साथ खिलाया। उस महिला ने कहा कि उसने कभी नहीं सोचा था कि वह राहुल गांधी को अपने हाथों से खाना बनाकर खिलाएगी। सांसद दीपेंद्र हुड्डा और बजरंग पुनिया ने भी भोजन किया। राहुल गांधी लगभग 45 मिनट तक किसान के घर रहे और खाने के बाद परिवार के साथ बातचीत की।
चुनावी माहौल में कांग्रेस की उम्मीदें
राहुल गांधी के इस अभियान के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला। उनका जोरदार समर्थन और किसानों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें एक मजबूत नेता के रूप में पेश किया है। चुनावी माहौल में उनकी बातें न केवल किसानों और युवाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इससे उनकी छवि को भी मजबूती मिलेगी।
राहुल गांधी ने अपनी रैलियों में जिस तरह से आम लोगों के मुद्दों को उठाया है, उससे उनकी लोकप्रियता में इजाफा हो सकता है। हरियाणा की राजनीति में उनका यह नया दृष्टिकोण चुनावी समीकरण को बदलने में मदद कर सकता है।