Crime News: राजस्थान के जैसलमेर जिले में दो मासूम बच्चों की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। 6 वर्षीय आदिल और 7 वर्षीय हसनैन के शव बाबेर मागरा इलाके में एक पानी की टंकी से बरामद किए गए थे। पुलिस ने इस हत्याकांड में एक युवक और युवती को हिरासत में लिया है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने अपने अवैध संबंधों को छिपाने के लिए इन मासूम बच्चों की निर्ममता से हत्या कर दी। हालांकि, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने हत्या के पीछे के कारणों का खुलासा किया है, लेकिन अभी तक आरोपियों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। रविवार शाम को शहर पुलिस थाने में चौधरी ने जानकारी दी कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
शाम को लापता और रात को मिली लाशें
पुलिस की जांच के मुताबिक, आदिल और हसनैन दोनों आपस में सगे भाइयों के बच्चे थे, जो शनिवार शाम को बाबेर मागरा इलाके से लापता हो गए थे। परिवार और आस-पास के लोगों ने बच्चों को काफी ढूंढा, लेकिन रात करीब 11 बजे दोनों के शव पड़ोस के एक खाली मकान की पानी की टंकी से मिले। पुलिस ने तुरंत दोनों बच्चों के शवों को जवाहर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
रविवार सुबह 9 बजे से ही आदिल और हसनैन के परिवार के सदस्य और अन्य लोग हत्या की आशंका जताते हुए मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। परिवार का कहना था कि हसनैन के सिर पर चोट के निशान थे, जबकि आदिल के गले पर ऐसे निशान थे जो इस ओर इशारा कर रहे थे कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। जिस पानी की टंकी में बच्चों के शव मिले थे, उसका ढक्कन बंद था और उसमें केवल 2.1 फीट पानी था, जबकि दोनों बच्चों की लंबाई 3 फीट से ज्यादा थी। इस स्थिति ने हत्या की आशंका को और भी पुख्ता किया।
परिवार का विरोध प्रदर्शन
शव मिलने के बाद से ही दोनों बच्चों के परिजनों और अल्पसंख्यक समुदाय के अन्य सदस्यों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस अधीक्षक चौधरी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिवार से बात की। चौधरी ने परिवार से कहा कि जल्द से जल्द पोस्टमॉर्टम करवा लिया जाए ताकि बच्चों की मौत के असली कारणों का पता लगाया जा सके। इसके बावजूद, पूर्व सरपंच अमरदीन फकीर और समुदाय के अन्य प्रतिनिधियों ने धरना जारी रखा।
परिवार के अनुसार, आदिल के पिता शौकत खान एक मदरसे में पैरा-टीचर के रूप में काम करते हैं और आदिल उनका इकलौता बेटा था। हसनैन के पिता पीरबख्श मजदूर हैं और हसनैन उनका तीसरा बेटा था। परिवार के लिए यह घटना न सिर्फ दिल दहला देने वाली थी, बल्कि उनके जीवन का सबसे बड़ा दुख साबित हुई।
पुलिस की कार्रवाई और सबूत संकलन
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि बच्चों के लापता होने की सूचना पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल की थी, ताकि उनकी जल्द से जल्द तलाश हो सके। शव मिलने के बाद उन्होंने खुद घटनास्थल का दौरा किया और फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम को बुलाकर जांच करवाई। उन्होंने यह भी बताया कि घटनास्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रातभर उस पानी की टंकी की सुरक्षा की ताकि कोई आरोपी सबूत नष्ट न कर सके।
पुलिस अधीक्षक ने आगे कहा कि मुख्य आरोपी ने एक या दो अन्य लोगों के साथ संपर्क में रहकर न सिर्फ पुलिस को एफआईआर दर्ज करने से रोका, बल्कि शवों का पोस्टमॉर्टम भी देर से कराने की कोशिश की। पुलिस अब इन लोगों से भी पूछताछ करेगी, ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने सबूत नष्ट करने और पुलिस कार्रवाई में देरी करने में क्या भूमिका निभाई।
अवैध संबंध का खुलासा
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी युवक और युवती के बीच अवैध संबंध थे। ये दोनों इस बात से डर रहे थे कि उनके इस रिश्ते का खुलासा बच्चों द्वारा हो सकता था। इस डर के चलते ही उन्होंने दोनों मासूमों की हत्या की योजना बनाई और उन्हें पानी की टंकी में फेंक दिया। पुलिस अभी भी जांच कर रही है कि इस हत्याकांड में और कौन-कौन शामिल है और किसने इस भयावह घटना को अंजाम देने में मदद की।
न्याय की उम्मीद
आदिल और हसनैन की हत्या ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। मासूम बच्चों की हत्या के इस मामले ने जैसलमेर के लोगों के दिलों को झकझोर कर रख दिया है। परिवार और समुदाय के लोग अब न्याय की मांग कर रहे हैं और पुलिस से गुजारिश कर रहे हैं कि इस घटना में शामिल सभी दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
आगे की जांच
पुलिस फिलहाल मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने इस अपराध को कैसे अंजाम दिया और क्या इसमें अन्य कोई लोग भी शामिल थे। पुलिस का मानना है कि इस मामले में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।