Sirohi News: सिरोही जिले में जिला कलेक्टर अल्पा चौधरी की अध्यक्षता में एक साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें संपर्क पोर्टल और अन्य कार्यालयों से प्राप्त लंबित मामलों की समीक्षा की गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के लंबित मामलों पर चर्चा की गई, और कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मामलों का शीघ्र निपटारा करें।
बैठक का उद्देश्य
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य लंबित मामलों की समीक्षा करना और उन्हें शीघ्र निपटाने के लिए आवश्यक कदम उठाना था। कलेक्टर चौधरी ने बताया कि राज्य स्तर पर लंबित मामलों की नियमित निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही, विभिन्न बैठकों में संपर्क पोर्टल से संबंधित डेटा में सुधार लाने के लिए सख्त निर्देश भी दिए जा रहे हैं।
लंबित मामलों की स्थिति
बैठक में कलेक्टर ने कहा, “सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे मामलों का शीघ्र निपटारा करें और संतोषजनक परिणाम प्राप्त करें।” उन्होंने यह भी कहा कि लंबित मामलों के निपटारे के औसत समय को कम करने की आवश्यकता है, ताकि नागरिकों की संतुष्टि में वृद्धि हो सके।
कलेक्टर ने विशेष रूप से उन मामलों का निपटारा करने पर जोर दिया जो 30 दिनों से अधिक समय से लंबित हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राहत मामलों में शिकायतकर्ताओं से संपर्क करें और यह सुनिश्चित करें कि उन्हें मामले के निपटारे के बाद राहत मिली या नहीं।
विभागीय समन्वय
बैठक में विभिन्न विभागों के लंबित मामलों की समीक्षा की गई और जिला मुख्यालय से संबंधित लंबित मामलों को हल करने के लिए समन्वय स्थापित करने की बात की गई। कलेक्टर ने सभी विभागों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता को रेखांकित किया ताकि लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा हो सके।
विभिन्न योजनाओं की समीक्षा
बैठक के दौरान, विभिन्न विभागीय योजनाओं और लक्ष्यों की भी समीक्षा की गई। संपर्क पोर्टल पर लंबित मामलों, अंतर्विभागीय मुद्दों, बजट घोषणाओं के कार्यान्वयन और अन्य विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि वे अपने विभागों में निपटारे के लिए नियमित रूप से समीक्षा करें और निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करें।
महत्वपूर्ण उपस्थित लोग
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाशचंद अग्रवाल, CMHO डॉ. राजेश कुमार, PWD के SE SM वर्मा, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक साहिराम बिश्नोई, बागवानी विभाग के उप निदेशक हेमराज मीना, DTO राजनीश विद्यार्थी, कृषि के संयुक्त निदेशक संजय तनेजा, प्रवर्तन निरीक्षक साहिराम बिश्नोई और शिक्षा विभाग से अजय माथुर उपस्थित थे। इन अधिकारियों ने अपनी-अपनी विभागीय योजनाओं और लंबित मामलों की स्थिति के बारे में जानकारी दी और कलेक्टर को आवश्यक सुझाव दिए।
प्रशासन की प्रतिबद्धता
सिरोही जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे नागरिकों की समस्याओं के प्रति गंभीर हैं और उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। कलेक्टर के निर्देशों के अनुसार, सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वे जनता की समस्याओं का समाधान समय पर करें और शिकायतों का निपटारा करने के लिए उचित कदम उठाएं।