नीट मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने पटना में गिरफ्तारी की है। दरअसल सीबीआई की टीम ने पटना से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार है। आशुतोष छात्रों के लिए सेफ हाऊस की व्यवस्था कर रहा था और मनीष प्रकाश वहां अभ्यर्थियों को लर्न प्ले स्कूल ले जाता था। जानकारी के मुताबिक मनीष प्रकाश छात्रों को अपनी गाड़ी में लाने और ले जाने का काम करता था। वहीं आशुतोष के घर में छात्रों को रुकवाने की व्यवस्था की जाती थी। बता दें कि अबतक नीट परीक्षा मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने पहली गिरफ्तारी की है। दोनों को अब सीबीआई ने कोर्ट में पेश कर दिया है।
नीट यूजी परीक्षा नहीं हुई रद्द
बता दें कि फिलहाल के लिए नीट यूजी परीक्षा को रद्द नहीं किया गया है। बीते दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में बदलाव की संभावना है। साथ ही नीट यूजी परीक्षा को फिलहाल के लिए रद्द नहीं किया जा रहा है। उन्होंने अभिभावकों और छात्रों को आश्वस्त किया कि किसी भई छात्र के साथ गलत नहीं होने दिया जाएगा, किसी भी छात्र के भविष्य के साथ केंद्र सरकार खिलवाड़ नहीं करने वाली है। बता दें कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद नीट पीजी परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।
छात्रों का फूटा गुस्सा
दरअसल नीट पीजी परीक्षा को खास कारणों की वजह से रद्द करना पड़ा। बता दें कि यह परीक्षा 23 जून रविवार को होनी थी। लेकिन 22 जून को ही इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया। इस परीक्षा की नई तारीखों का ऐलान करना बाकी है। इस बीच नीट पीजी परीक्षा देने के लिए रायगढ़ पहुंचें छात्रों ने जब इंडिया टीवी से बात की तो उन्होंने सरकार पर सवाल खड़े कर दिए। छात्रों ने कहा कि सरकार की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई है। सरकार ने एहतियात के तौर पर अगर परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है तो अच्छई बात है लेकिन सरकार ख्याल रखे कि ऐसा दोबारा न हो।