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Paris Olympics 2024: मनु भाकर के बाद किरण पहल से पदक की उम्मीद, जानिए उनके ओलंपिक सफर की कहानी

Paris Olympics 2024: मनु भाकर के बाद किरण पहल से पदक की उम्मीद, जानिए उनके ओलंपिक सफर की कहानी

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Paris Olympics 2024: हरियाणा की बेटियों की गूंज पेरिस ओलंपिक में सुनाई दे रही है। मनु भाकर के बाद, देश को 400 मीटर की दौड़ में गुमड़ गांव, सोनीपत की निवासी किरण पहल से पदक की उम्मीद है। यदि किरण पदक जीतने में सफल होती हैं, तो वह इस इवेंट में देश के लिए पदक जीतने वाली पहली महिला एथलीट होंगी। किरण की ओलंपिक यात्रा की कहानी सुनकर आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी। एक समय था जब किरण हर चीज के लिए अपनी दादी की पेंशन से पैसे लेती थीं, लेकिन अब वह पेरिस ओलंपिक में परिवार का मान बढ़ाने के लिए तैयार हैं।

Paris Olympics 2024: मनु भाकर के बाद किरण पहल से पदक की उम्मीद, जानिए उनके ओलंपिक सफर की कहानी

किरण की ओलंपिक यात्रा की कहानी

किरण की ओलंपिक यात्रा की कहानी काफी प्रेरणादायक है। गुमड़ गांव के निवासी ओमप्रकाश का सपना था कि उनका बेटा या बेटी देश के लिए ओलंपिक पदक जीतें। इसके लिए उन्होंने अपनी बेटी किरण को खेत में कठिन मेहनत करने के लिए भेजा। इस दौरान, गांववालों ने उन्हें ताना मारा कि वह एक बेटी है, उसे घर पर ही रखना चाहिए।

2022 में ओमप्रकाश की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई, लेकिन किरण ने अपने पिता के सपने को पूरा करने की ठान ली। पिता की मृत्यु के बाद भी, उन्होंने पूरी मेहनत के साथ अपनी तैयारी जारी रखी और आज परिणामस्वरूप वह पेरिस की धरती पर हैं और देश के लिए पदक जीतने की तैयारी कर रही हैं।

किरण के परिवार, खासकर उनके भाई रविंद्र और मां माया देवी की आंखों में उनकी संघर्ष की कहानी सुनते हुए आंसू आ जाते हैं। रविंद्र ने बताया कि जब पिता किरण को बाहर भेजते थे, तो गांववाले कहते थे कि वह एक बेटी है, उसे घर पर ही रखो। अब देखिए कि किरण ने क्या कर दिखाया है, पूरा गांव उनकी सफलता पर गर्वित है। जब किरण को पेरिस ओलंपिक के लिए चुना गया, तो हमें टीवी से पता चला, लेकिन अब हम बहुत खुश हैं कि वह देश के लिए पदक लाने के लिए पेरिस में हैं।

शुरुआत में घर की स्थिति अच्छी नहीं थी। रविंद्र ने दादी की पेंशन से दौड़ने के जूते खरीदे थे और अब हमारे पिता का सपना सच होता दिख रहा है। जब वह घर आएंगी, तो उनका भव्य स्वागत किया जाएगा और अगर वह पदक लाएंगी तो क्या कहने। किरण को चना लड्डू पसंद है, इसलिए परिवार भी इसके लिए तैयारी कर रहा है।

हाल ही में, किरण भारतीय रेलवे की कर्मचारी हैं और उन्होंने देश के लिए पदक लाने के लिए रोहतक में बहुत मेहनत की है। पहली बार, पूरे देश की निगाहें एक महिला एथलीट पर हैं और वह हैं किरण पहल। हम भी उम्मीद करते हैं कि किरण देश के लिए पदक लाए और देश को गर्वित करे।

SatishRana
Author: SatishRana

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