Rajasthan: राजस्थान के कोलायत थाना क्षेत्र में होम गार्ड जवान सज्जुद्दीन को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार करने के एक दिन बाद, एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को पीछे हटना पड़ा। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि वह सज्जुद्दीन का साथी होम गार्ड जवान है और एक फर्जी सत्यापन कराया। इस मामले में एसीबी ने अपनी गलती स्वीकार की और सज्जुद्दीन को निर्दोष मानते हुए उसे रिहा कर दिया।
इसके बाद, एसीबी ने फर्जी शिकायतकर्ता महबूब अली और उसके साथी कपिल जाटव को शिवजी पार्क पुलिस थाने को सौंप दिया। इसके साथ ही एसीबी के डीवाईएसपी महेंद्र मीना ने भी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, शिकायतकर्ता महबूब अली, जो रामगढ़ के ढोहली पुलिस थाना का निवासी है, और उसका भाई मक्सूद और साथी कपिल जाटव ने सज्जुद्दीन के खिलाफ रिश्वत का झूठा मामला दर्ज कराया था।
महबूब अली ने कपिल जाटव को होम गार्ड जवान के रूप में फर्जी सत्यापन भी कराया था। एसीबी ने सज्जुद्दीन को अलवर कलेक्टरेट गेट पर 30 हजार रुपए की रिश्वत के मामले में पकड़ा था। आरोप था कि वह एक प्लॉट खरीदने की बात कर रहा था और राशि रिश्वत बताई गई थी। फर्जी ऑडियो तैयार किया गया और इसके बाद एसीबी ने उसे फंसाया। जब मामले की शिकायत जयपुर पहुंची, तो जांच में पाया गया कि यह मामला झूठा है।
अब एसीबी ने शिकायतकर्ता और इस साजिश में शामिल तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। डीवाईएसपी ने शिवाजी पार्क पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। महबूब अली, मक्सूद और कपिल ने मिलकर सज्जुद्दीन को फंसाया और तीन प्लॉटों के लिए सौदा किया, जिसे रिश्वत का रूप दिया गया।