Karauli News: राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ का अनिश्चितकालीन धरना करौली जिले के पंचायत समिति मुख्यालय पर 21वें दिन भी जारी है। इस धरने का उद्देश्य ग्राम विकास अधिकारी पर हुए हमले के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करना है। धरने के दौरान राज्य की जिम्मेदारियों और अभियानों का भी पूरी तरह से बहिष्कार किया गया है। ग्राम विकास अधिकारियों ने एसपी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
घटना का विवरण
जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी आनंद सिंह अलिपुरा 10 सितंबर की शाम को ग्राम प्रधान मंत्री आवास योजना ग्रामीण आवेदन और स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत कालीspots की फोटो लेने के लिए गांव सिकंदरपुर जा रहे थे। इस दौरान, सिकंदरपुर निवासी उदयराज मीना ने सिकंदरपुर शमशान के पास आनंद सिंह को रोका, उनके साथ मारपीट की, सरकारी दस्तावेजों को छीन लिया और नष्ट कर दिया। आरोपी ने आनंद सिंह से सोने की चेन और घड़ी भी लूट ली।
इस घटना के बाद, पीड़ित ने सर्दर पुलिस थाने में एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई। इसके बावजूद, प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न होने के कारण ग्राम विकास अधिकारियों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन देकर स्थिति की गंभीरता के बारे में बताया, लेकिन 21 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
पीड़ित की शिकायत और प्रशासन की भूमिका
ग्राम विकास अधिकारी आनंद सिंह ने आरोप लगाया है कि हमले के बाद आरोपी ने उन्हें लगातार वीडियो के माध्यम से धमकी देना जारी रखा है। इससे पीड़ित के मनोबल पर गहरा प्रभाव पड़ा है। ग्राम विकास अधिकारी संघ का कहना है कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती, उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
ग्राम विकास अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल उनके अधिकारों का उल्लंघन करती हैं, बल्कि समाज में असुरक्षा की भावना भी बढ़ाती हैं। इसके अलावा, ये घटनाएं सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा डालती हैं और विकास कार्यों को प्रभावित करती हैं।
धरने की स्थिति और संघ की मांगें
धरने के दौरान, ग्राम विकास अधिकारी संघ ने यह स्पष्ट किया है कि वे सभी राज्य जिम्मेदारियों और अभियानों का बहिष्कार कर रहे हैं। यह स्थिति विकास कार्यों की रुकावट का कारण बन रही है। धरना स्थल पर ग्राम विकास अधिकारी एकजुट होकर अपनी मांगें रख रहे हैं और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपील कर रहे हैं।
संघ के सदस्यों ने यह भी कहा है कि अगर प्रशासन उनकी मांगों को अनसुना करता रहा, तो वे और अधिक गंभीर कदम उठाने पर मजबूर होंगे। उनकी मांगों में शामिल हैं:
- आरोपी की गिरफ्तारी: सबसे प्रमुख मांग है कि हमले के आरोपी उदयराज मीना को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
- सुरक्षा की गारंटी: ग्राम विकास अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
- सरकारी योजनाओं का सही कार्यान्वयन: राज्य सरकार से यह मांग की गई है कि विकास योजनाओं का सही और पारदर्शी कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
ग्राम विकास अधिकारियों की भूमिका
ग्राम विकास अधिकारी ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। वे विभिन्न सरकारी योजनाओं का कार्यान्वयन करते हैं और गांवों में विकास कार्यों को गति देने का कार्य करते हैं। ऐसे में जब उन पर हमला होता है, तो यह न केवल उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी गंभीर चिंता का विषय होता है।
ग्राम विकास अधिकारी संघ का कहना है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को निभाते रहेंगे और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे। धरने के दौरान, उन्होंने सभी ग्रामीणों और स्थानीय निवासियों से समर्थन की अपील की है ताकि उन्हें न्याय मिल सके।