प्रेमशंकर मिश्रा, लखनऊ: हरियाणा में खाली हाथ रहने के बावजूद सपा यूपी में कांग्रेस के साथ रिश्ता बनाए रखेगी। यूपी में उपचुनाव वाली 10 सीटों में सपा 8 पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने गाजियाबाद और खैर विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए छोड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि उन्हें अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। कांग्रेस पांच सीटें मांग रही थी।
यूपी में 10 सीटों गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, कुंदरकी, करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, मझवां, फूलपुर और सीसामऊ में चुनाव होने हैं। इसमें मिल्कीपुर छोड़ बाकी नौ सीटों पर चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। सपा ने करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, मझवां, फूलपुर, मीरापुर और सीसामऊ के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। कुंदरकी के लिए भी जल्द चेहरा तय कर दिया जाएगा।
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि उपचुनाव के लिए हुए समझौते के तहत अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट के साथ गाजियाबाद सीट पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी।
शीर्ष नेतृत्व संग बातचीत से निकला हल!
हरियाणा में कांग्रेस की करारी हार के अगले दिन ही सपा ने यूपी में छह सीटों पर उपचुनाव के उम्मीदवार घोषित कर दिए थे। इसे कांग्रेस के लिए संदेश माना जा रहा था। कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय ने भी सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत से इनकार किया था। सूत्रों का कहना है कि बुधवार को जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण के दौरान राहुल व अखिलेश की मुलाकात के बाद सीट बंटवारे पर सहमति बनी। गुरुवार को भी अखिलेश ने कहा था कि यूपी में गठबंधन जारी रहेगा।
बसपा नेता की बेटी मीरापुर से सपा उम्मीदवार
सपा ने बसपा के राष्ट्रीय महासचिव मुनकाद अली की बेटी सुंबुल राणा को मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। गुरुवार को स्थानीय नेताओं व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सुंबुल का नाम तय किया है। सुंबुल बसपा के पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू हैं। कादिर राणा इस समय सपा में हैं। मुनकाद और कादिर का सियासी रिश्ता 2010 में पारिवारिक रिश्ते में बदला था, तब कादिर भी बसपा में थे।
2022 के विधानसभा चुनाव के पहले कादिर सपा में शामिल हो गए थे। मीरापुर सीट सपा के साथ गठबंधन में रालोद ने जीती थी। हालांकि, लोकसभा चुनाव के पहले रालोद ने भाजपा का साथ पकड़ लिया। मीरापुर के विधायक चंदन चौहान के बिजनौर से सांसद बनने के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है। सपा अब तक उपचुनाव वाली सात सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इसमें छह टिकट नेताओं के परिवार में ही गए हैं। अल्पसंख्यकों की भागीदारी का संदेश देने के लिए अखिलेश ने अब तक तीन टिकट मुस्लिमों को दिए हैं।