Aurangzeb Controversy: संभाजी महाराज पर विवादित टिप्पणियों को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट के वकील एजाज नकवी का कहना है कि सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने वाली ये टिप्पणियां कानून का उल्लंघन है.
Sambhaji Maharaj News: महाराष्ट्र में वीर संभाजी महाराज पर विवादित टिप्पणी और औरंगजेब की तारीफ मामले में राजनीति तेज है. समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी, राहुल सोलापुरकर और प्रशांत कोरटकर द्वारा दिए गए विवादित बयानों के बाद से ही महाराष्ट्र में सियासी पारा हाई है. अब बॉम्बे हाई कोर्ट के एडवोकेट डॉ. सैयद एजाज अब्बास नकवी अब बड़ा बयान दिया है. सैयद एजाज नकवी ने कहा, “संभाजी महाराज का व्यक्तित्व न केवल एक वर्ग से जुड़ा हुआ है, बल्कि संपूर्ण भारतीय संस्कृति उनसे एक नायक के रूप में जुड़ी हुई है. लंबे समय से लोक संस्कृति ने भी संभाजी महाराज को अत्याचार के शिकार के रूप में देखा है.
वकील एजाज नकवी ने कहा, “ऐसे में, निश्चित रूप से, बहुसंख्यक समुदाय की इस भावना का अनादर करना भारतीय कानूनों के तहत एक अपराध है. ऐसे मुद्दों पर बोलते समय यह ध्यान रखना आवश्यक है कि संभाजी महाराज की मृत्यु अत्यंत क्रूर थी. अतः, साम्प्रदायिक वैमनस्य उत्पन्न करने के लिए अपराध का पंजीकरण न्यायसंगत है.”
अबू आजमी को जेल भेजने की मांग
गौरतलब है कि मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ करने के चलते समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी को सदन से निलंबित कर दिया गया. हालांकि, अभी तक मामला शांत नहीं हुआ है. डिप्टी सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे के बाद अब शिवसेना यूबीटी के नेता भी अबू आजमी पर हमलावर हैं. हाल ही में आदित्य ठाकरे ने अबू आजमी के खिलाफ बयान देते हुए कहा है कि संभाजी महाराज का अपमान करने वालों को जेल में डाल देना चाहिए.
इसके अलावा, राहुल सोलापुरकर और प्रशांत कोरटकर के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग बढ़ रही है. सोलापुरकर ने विवादित बयान देते हुए यह दावा किया था कि आगरा में संभाजी महाराज महाराज ने औरंगजेब के सरदारों और पत्नी को ‘रिश्वत’ दी थी, जबकि बताया जाता है कि सन् 1666 में शिवाजी महाराज और उनके पुत्र संभाजी महाराज आगरा किले से बच निकले थे और मुगल सम्राट को आश्चर्यचकित कर दिया था.
