Warning signs of increase in TLC: जब रक्त में सफेद रक्त कण (WBC) की संख्या बढ़ जाती है, तो इसे ‘Leukocytosis‘ कहा जाता है। इस स्थिति में, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यदि उच्च सफेद रक्त कण की समस्या का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह आपकी स्वास्थ्य स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
गंभीर बीमारियों का जोखिम
संक्रमण से लड़ने में कठिनाई: उच्च सफेद रक्त कण की वजह से शरीर को संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में कठिनाई हो सकती है।
खून के कैंसर का खतरा: अत्यधिक सफेद रक्त कण की स्थिति में, खून के कैंसर जैसी गंभीर और जीवन-धमकाऊ बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
अस्थि मज्जा विकार: उच्च सफेद रक्त कण की स्थिति अस्थि मज्जा विकार (Bone Marrow Disorders) के जोखिम को भी बढ़ा सकती है।
लक्षणों की पहचान करें
उच्च सफेद रक्त कण की पहचान करने के लिए आपको कुछ प्रमुख लक्षणों को जानना आवश्यक है:
बुखार: बुखार एक सामान्य लक्षण है जो उच्च सफेद रक्त कण के साथ जुड़ा हो सकता है।
थकावट और कमजोरी: लगातार थकावट और शरीर में कमजोरी महसूस हो सकती है।
दर्द और सांस लेने में कठिनाई: शरीर में दर्द और सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है।
रात को पसीना आना: रात में पसीना आना एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है।
अचानक वजन घटना या चकत्ते: अचानक वजन घटना या शरीर पर चकत्ते भी उच्च सफेद रक्त कण के लक्षण हो सकते हैं।
उच्च सफेद रक्त कण के कारण
उच्च सफेद रक्त कण के कई कारण हो सकते हैं:
अधिक तनाव: अत्यधिक मानसिक या शारीरिक तनाव सफेद रक्त कण की संख्या को बढ़ा सकता है।
थायरॉयड समस्याएँ: थायरॉयड ग्रंथि की समस्याएँ भी सफेद रक्त कणों की संख्या को प्रभावित कर सकती हैं।
दांतों की समस्याएँ और एलर्जी: दांतों में कैविटी और एलर्जी भी सफेद रक्त कणों की संख्या बढ़ा सकती हैं।
धूम्रपान: धूम्रपान भी सफेद रक्त कणों की वृद्धि का एक प्रमुख कारण हो सकता है।
क्या करें?
यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण को महसूस करते हैं या आपको लगता है कि आपके सफेद रक्त कणों की संख्या बढ़ी है, तो तुरंत एक अच्छे डॉक्टर से सलाह लें। समय पर पहचान और इलाज से गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।