सोमवार (2 सितंबर) को दिल्ली के चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री Chirag Paswan से मिला। इस दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री से दिल्ली में एक राष्ट्रीय खाद्य बोर्ड के गठन की मांग की। CTI के अध्यक्ष बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने Chirag Paswan के साथ बैठक को बहुत सकारात्मक बताया।
दिल्ली CTI के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में राजेश खन्ना, राहुल आदलखा, कुंज नक्करा, सचिन शर्मा, संदीप गुलाटी, नसीम राजा और माधव खन्ना शामिल थे। प्रतिनिधियों ने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि दिल्ली में एक राष्ट्रीय खाद्य बोर्ड का गठन किया जाए, जिसमें सरकारी अधिकारी और खाद्य उद्योग के प्रतिनिधि शामिल हों।
खाद्य लाइसेंस प्राप्त करने में कठिनाइयाँ
वर्तमान में खाद्य लाइसेंस प्राप्त करने में कठिनाइयाँ आ रही हैं और खाद्य सुरक्षा मानकों के नियम भी जटिल हैं। एक अनुमान के अनुसार, देश भर में 50 लाख से अधिक लोग खाद्य उद्योग से जुड़े हुए हैं। इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर विशाल हैं और यह 10 लाख नई नौकरियों को प्रदान करने की क्षमता रखता है। भारत में, अचार, जैम आदि जैसे स्वदेशी उत्पादों के साथ-साथ सैकड़ों ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं जिनका निर्यात भी किया जा सकता है।
खाद्य उद्योग को बढ़ावा देने की आवश्यकता
बृजेश गोयल के अनुसार, चिराग पासवान ने आश्वस्त किया है कि इस विषय पर CTI के साथ मंत्रालय में जल्द ही बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने CTI से इस प्रस्ताव का एक पूरा ब्लूप्रिंट तैयार करने के लिए भी कहा है। CTI के अनुसार, रेस्तरां, होटल, ढाबे और कन्फेक्शनर्स भी खाद्य सुरक्षा मानकों में बदलाव से परेशान हैं।
खाद्य आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने की आवश्यकता
खाद्य कचरे की निपटान चुनौतीपूर्ण है। CTI के अनुसार, खाद्य आपूर्ति श्रृंखला को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। अब खाद्य आदतें बदल रही हैं। नए खाद्य पदार्थों का स्वाद बढ़ रहा है और खाद्य प्रेमियों को कीमत की चिंता नहीं है। ऐसे में इस उद्योग का विस्तार आवश्यक है।