Rajasthan: राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति ने जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। खासकर उदयपुर, जोधपुर और बूंदी में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। बारिश की लगातार प्रक्रिया ने विभिन्न जिलों में गंभीर हालात पैदा कर दिए हैं। मौसम विभाग ने इन हालात से राहत मिलने का अनुमान 8 सितंबर से लगाया है।
जिलावार स्थिति और अलर्ट:
राजधानी जयपुर सहित राजस्थान के अधिकांश जिलों में बारिश जारी है। उदयपुर और जोधपुर के बाद अब बूंदी और भीलवाड़ा में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, अजमेर, भीलवाड़ा, झुंझुनू और सीकर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट:
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में अब तक 605.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि सामान्य 391.6 मिमी से 55 प्रतिशत अधिक है। यह स्थिति इस बात की पुष्टि करती है कि बारिश का स्तर सामान्य से काफी ऊपर है, जिससे बाढ़ और अन्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
बारिश के कारण मौतें:
बारिश के दौरान विभिन्न दुर्घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई है। जयपुर में एक मजदूर की मौत उस समय हो गई जब एक निर्माणाधीन घर पर आकाशीय बिजली गिरी। सवाई माधोपुर में एक युवक की मौत उस समय हुई जब उसकी पुरानी घर ढह गई और वह मलबे में दब गया। भीलवाड़ा में, दो युवक बारिश के कारण बह गए।
जीवन पर प्रभाव:
पिछले तीन दिनों से जारी बारिश ने राज्य में जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। छोटे और बड़े बांधों में पानी भर चुका है और नदियां तथा नाले उफान पर हैं। लोगों के घरों, फसलों और सड़कों को काफी नुकसान हुआ है। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भी गंभीर हो गई है जहां बाढ़ और मूसलधार बारिश के कारण यातायात ठप हो गया है और दैनिक जीवन प्रभावित हुआ है।
आगे का पूर्वानुमान:
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, राज्य में मॉनसून का प्रभाव 8 सितंबर से धीमा हो जाएगा। इसके बाद बारिश की मात्रा में कमी आएगी और बाढ़ की स्थिति में भी सुधार होगा। हालांकि, अगले कुछ दिनों तक राहत की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकती और इसके लिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सरकारी कार्रवाई और बचाव कार्य:
राज्य सरकार ने बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। जिला प्रशासन और राहत एजेंसियां प्रभावित इलाकों में आवश्यक सहायता प्रदान कर रही हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
निष्कर्ष:
राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ और मूसलधार बारिश की स्थिति ने राज्य के जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, राहत का समय 8 सितंबर से शुरू हो सकता है, लेकिन तब तक लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है। सरकारी एजेंसियां और राहत कार्यकर्ता प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं, और लोगों को इन प्रयासों में सहयोग देने की अपील की जा रही है।