Karol Bagh Building Collapsed: दिल्ली, देश की राजधानी, करोल बाग क्षेत्र के बापा नगर में एक तीन मंजिला पुरानी इमारत ढहने से बड़ा हादसा हो गया है। इस घटना में कई लोगों के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है। राहत कार्य में जुटी एजेंसियों ने अब तक आठ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। इस घटना के बाद, दिल्ली सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं और दुर्घटना के कारणों की खोजबीन की जा रही है।
हादसे की जानकारी और बचाव कार्य
आज सुबह 9:11 बजे के आसपास, बापा नगर के अंबेडकर गली हिल मार्केट में स्थित एक पुरानी इमारत ढह गई। सूचना मिलते ही दिल्ली फायर सर्विस विभाग की पांच फायर इंजन मौके पर पहुंच गईं। फायर ब्रिगेड की टीम और स्थानीय लोग मिलकर मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। घटनास्थल पर भय का माहौल व्याप्त है, और लोग राहत की उम्मीद में हैं।
मलबा हटाने का कार्य जारी
दिल्ली फायर सर्विस के अधिकारियों के अनुसार, इमारत का एक हिस्सा ढह गया है और कुछ लोग मलबे के नीचे फंसे हो सकते हैं। इस स्थिति को देखते हुए मलबा हटाने का काम तेजी से जारी है। अधिकारियों ने कहा है कि बचाव दल पूरी सतर्कता के साथ मलबे को हटाते हुए किसी भी व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अतीशी सिंह की प्रतिक्रिया और जांच के आदेश
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री अतीशी सिंह ने करोल बाग क्षेत्र में इमारत ढहने की घटना को एक गंभीर दुर्घटना करार दिया है। उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट को आदेश दिया गया है कि वह पीड़ितों को सभी संभव सहायता प्रदान करें और घायल हुए लोगों का उपचार सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने घटना की वजह जानने के लिए भी जांच के आदेश दिए हैं और एमसीडी मेयर शैलेश ओबेरॉय से इस मुद्दे पर बात की है।
अतीशी सिंह ने दिल्लीवासियों से अपील की है कि अगर निर्माण कार्य से संबंधित किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना हो, तो तुरंत प्रशासन और निगम को सूचित करें। सरकार तत्काल सहायता प्रदान करेगी।
इमारत की स्थिति और बचाव कार्य
दिल्ली पुलिस के अनुसार, जो इमारत करोल बाग के बापा नगर क्षेत्र में ढही है, वह लगभग 25 वर्ग गज में बनी थी और काफी पुरानी थी। इस इमारत को ढहते देख कर स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड ने मिलकर अब तक आठ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। पुलिस का कहना है कि मलबे में और भी लोग फंसे हो सकते हैं, और उन्हें निकालने का प्रयास जारी है।
भविष्य के उपाय और सुरक्षा के उपाय
इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि पुराने और जर्जर भवनों की सुरक्षा और निरीक्षण की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे भवनों की स्थिति की जांच करें और सुरक्षित निर्माण के मानकों का पालन सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, नागरिकों को भी सावधान रहना चाहिए और किसी भी संदेहास्पद स्थिति की जानकारी प्रशासन को देनी चाहिए।
इस घटना के बाद, दिल्ली सरकार और संबंधित विभागों को चाहिए कि वे निर्माण कार्यों की निगरानी को और कड़ा करें। इसके साथ ही, पुरानी इमारतों की स्थिति का आंकलन कर उन्हें सुरक्षित बनाने के उपाय अपनाए जाएं। इससे भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।