Jhunjhunu: इन दिनों शेखावाटी सहित झुंझुनू क्षेत्र में हनीट्रैप का एक गिरोह सक्रिय हो गया है, जो निर्दोष लोगों को फंसाकर उनसे भारी रकम वसूल रहा है। यह गिरोह पहले महिलाओं की आड़ में लोगों को अपने जाल में फंसाता है, फिर उनके खिलाफ रेप केस दर्ज कराने की धमकी देकर मोटी रकम वसूलता है। पचेरी कलां पुलिस ने ऐसे ही एक शातिर गिरोह के सदस्य को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। इससे पहले इस गिरोह की दो महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
कैसे काम करता है हनीट्रैप गिरोह?
पचेरी कलां पुलिस थाना प्रभारी राजपाल यादव ने बताया कि इस गिरोह का तरीका बेहद चालाकी भरा है। इस गिरोह की महिलाएं पहले किसी व्यक्ति से संपर्क करती हैं और दोस्ती का नाटक करती हैं। इसके बाद वह व्यक्ति को अपने जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर देती हैं। उदाहरण के तौर पर, पचेरी थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसे एक अज्ञात महिला का फोन आया था।
उस महिला ने अपना नाम टीजा बताया और कहा कि उसका पति शराब का आदी है और उसे किसी काम की तलाश है। जब उस व्यक्ति ने काम देने से इनकार कर दिया तो महिला ने कहा कि वह अपने पति के साथ कल मिलने आएगी। इसके बाद महिला ने उस व्यक्ति से तीन-चार बार और बातचीत की और आखिरकार 19 अगस्त को पचेरी कलां थाने में उस व्यक्ति के खिलाफ रेप का केस दर्ज करा दिया।
ब्लैकमेलिंग और समझौते की मांग
मामले की जांच के दौरान पता चला कि महिला ने शिकायतकर्ता से सात लाख रुपये की मांग की थी, ताकि वह समझौता कर सके और रेप केस वापस ले सके। जब पीड़ित ने पैसे देने से मना कर दिया, तो उसे धमकी दी गई कि उसे जेल भेज दिया जाएगा। अंततः गिरोह ने तीन लाख पचास हजार रुपये की राशि पर मामले को सुलझाने का प्रस्ताव दिया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पीड़ित ने पचेरी कलां थाने में मामला दर्ज कराया।
गिरोह के शातिर सदस्य की गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस ने पहले ही दो महिलाओं को गिरफ्तार किया था। उनके नाम हैं- टीजा पत्नी मनोज, निवासी बहरोड़, और पूजा उर्फ नथी पत्नी हिम्मत, निवासी नारनौल। इन्हें पहले ही जेल भेजा जा चुका है। ताजा कार्रवाई में, पुलिस ने हिम्मत सिंह उर्फ महेश, निवासी जिन्दा तन महेंद्रगढ़, जो वर्तमान में कोटपुतली में रहता है, को जयपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है।
गिरोह के खिलाफ अन्य केस
पुलिस ने बताया कि हिम्मत सिंह पर पहले से ही कई थानों में मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ कोटपुतली, गोविंदगढ़ और अन्य पुलिस थानों में केस दर्ज हैं। यह शख्स गिरोह का प्रमुख सदस्य है और इसने कई लोगों को हनीट्रैप के जरिए फंसाया है। पुलिस अब हिम्मत सिंह से गहन पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके अन्य कृत्यों का पता लगाया जा सके।
हनीट्रैप मामलों का बढ़ता खतरा
यह घटना केवल शेखावाटी या झुंझुनू तक सीमित नहीं है। पूरे देश में हनीट्रैप गिरोह सक्रिय हैं, जो भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनसे पैसे ऐंठते हैं। ये गिरोह खासतौर पर उन लोगों को निशाना बनाते हैं, जो आसानी से ब्लैकमेल किए जा सकते हैं। यह गिरोह महिलाओं का उपयोग करके पहले दोस्ती करता है और फिर धीरे-धीरे फंसा कर ब्लैकमेल करता है। ऐसे मामलों में पीड़ित अक्सर सामाजिक प्रतिष्ठा के डर से पुलिस में शिकायत नहीं करते और इसी वजह से ये गिरोह आसानी से फलते-फूलते रहते हैं।
पुलिस की कार्रवाई और सतर्कता
पचेरी कलां पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए कार्रवाई की और अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की ओर से इस तरह की घटनाओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है और उम्मीद है कि जल्द ही इस गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। इसके साथ ही, पुलिस जनता को जागरूक कर रही है कि ऐसे मामलों से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी अज्ञात व्यक्ति से ज्यादा निजी जानकारी साझा न करें।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
हनीट्रैप जैसी घटनाओं से निपटने के लिए समाज में जागरूकता की आवश्यकता है। लोग अक्सर इन गिरोहों के जाल में फंस जाते हैं क्योंकि वे पहले से इस तरह की धोखाधड़ी के बारे में जानते नहीं होते। इसलिए, यह जरूरी है कि पुलिस और सामाजिक संगठनों द्वारा लोगों को ऐसे मामलों से सतर्क किया जाए और उन्हें समझाया जाए कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति से बातचीत करने में सतर्कता बरतें।