Rajasthan: बूँदी जिले के नैनवा कस्बे में एक नाबालिग के अपहरण की घटना के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। विभिन्न समुदायों के लोगों ने मिलकर बाजार बंद कर दिया और बड़ी संख्या में एक जुलूस निकाला। वे सभी नाबालिग की जल्द वापसी की मांग कर रहे थे और नैनवा पुलिस स्टेशन के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देकर बैठे हुए हैं।
घटना का विवरण
चार दिन पहले नैनवा पुलिस स्टेशन में नाबालिग के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। परिवार के सदस्यों का कहना है कि उनकी बेटी स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटी। जांच में पता चला कि एक विशेष समुदाय का युवक उसके अपहरण में संलिप्त है। इस मामले में पुलिस द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने से परिवार में नाराजगी है।
एएसपी उमा शर्मा ने कहा कि परिवार ने नैनवा कस्बे से नाबालिग के अपहरण की शिकायत दी थी। जांच शुरू कर दी गई है और एक टीम का गठन किया गया है, जो विभिन्न स्थानों पर छापे मारकर लड़की की खोज करने में जुटी है। उन्होंने यह भी बताया कि स्थानीय निवासियों ने रविवार को प्रदर्शन किया था, जो अब भी शांति से जारी है।
समाज का एकजुटता
परिवार के सदस्यों का आरोप है कि चार दिन पहले पुलिस को रिपोर्ट देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब उन्होंने पूरी समाज से मदद मांगी, तो सभी समुदाय के लोग उनके समर्थन में खड़े हो गए और बाजार बंद कर दिया। नैनवा पुलिस स्टेशन के बाहर वे शांति से धरना दे रहे हैं और तब तक विरोध जारी रखने की बात कह रहे हैं जब तक उनकी बेटी की सुरक्षित वापसी नहीं हो जाती।
जैसे ही नाबालिग के अपहरण की खबर फैली, बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। व्यापारियों और अन्य प्रतिष्ठानों ने बाजार बंद कर दिया और जुलूस निकाला। इस जुलूस में सर्व समाज, बजरंग दल और वीएचपी के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। यह जुलूस देवी पोल चूनकी नाका से शुरू होकर, अम्बेडकर सर्कल, लोहरी चौठी, सदर बाजार, दापोला, गढ़ पोल दरवाजा, भक्त सिंह सर्कल, बूँदी रोड होते हुए पुलिस स्टेशन के सामने धरने में तब्दील हो गया।
पुलिस का हस्तक्षेप
सर्व हिंदू समाज के आंदोलन को देखते हुए नैनवा कस्बे में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। शांति बनाए रखने के लिए बूँदी के जिला परिषद के सीओ रवि वर्मा, एएसपी उमा शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसवीर सिंह, चार उप पुलिस अधीक्षक, दर्जनों पुलिस स्टेशन अधिकारी और रिजर्व पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। कोटा से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। हालांकि, कस्बे की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और सर्व हिंदू समाज के लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों ने इस घटना को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। वे न केवल नाबालिग की वापसी के लिए बल्कि इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम के लिए भी आवाज उठा रहे हैं। यह घटना न केवल अपहरण का मामला है, बल्कि समाज में बढ़ते असंतोष का भी प्रतीक है। लोग चाहते हैं कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाए और जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाए।