Rajasthan: दिल्ली-जयपुर हाइवे पर स्थित नीमराना होटल में रंगदारी मांगने के दौरान फायरिंग करने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों आरोपी पंजाब के जालंधर के निवासी हैं और इन्हें स्थानीय अपराधियों द्वारा हथियार और रेकी की सुविधा प्रदान की गई थी। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी, पुणीत शर्मा और नरेंद्र उर्फ लाली, दिल्ली से अडिंड निवासी सचिन उर्फ प्रवीण उर्फ ढोलिया और योगेश उर्फ मोनू द्वारा चोरी की कार में लाए गए थे। इन्हें जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में हरियाणा STF की मदद से गिरफ्तार किया गया है।
घटना का विवरण
8 सितंबर को नीमराना होटल में हुई इस घटना के दौरान, पुणीत और नरेंद्र ने होटल में मौजूद लोगों को डराते हुए फायरिंग की और वहां एक पर्ची छोड़ी जिसमें ₹5 लाख की रंगदारी की मांग की गई थी। पर्ची में कौशल गैंग का नाम भी लिखा हुआ था, जो पुलिस के लिए इस मामले को और गंभीर बना देता है।
पुलिस की कार्रवाई
नीमराना के अतिरिक्त एसपी ने बताया कि फायरिंग के समय पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से इन अपराधियों की पहचान कर ली थी। घटना के बाद से पुलिस इनकी तलाश कर रही थी, लेकिन ये अपराधी पुलिस से बचते हुए कई जगहों पर घूमते रहे। अंततः, ये दोनों अपराधी कश्मीर पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें श्रीनगर में गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद से दोनों आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर फायरिंग करने वाले अपराधियों को दिल्ली पहुंचाया था। जब उनकी कार दिल्ली के बादरपुर सीमा के पास खराब हो गई, तब उन्होंने फायरिंग करने वाले आरोपियों को दूसरे वाहनों में सवार करवा दिया और खुद श्रीनगर चले गए।
कौशल गैंग का खुलासा
इस घटना में शामिल गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि यह पूरी वारदात रंगदारी वसूलने के लिए की गई थी। गैंग के शेष सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कार्यवाही जारी है। पुलिस की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि इस तरह के अपराधों पर रोकथाम के लिए कानून-व्यवस्था को मजबूत करना आवश्यक है।
समाज में सुरक्षा का प्रश्न
इस घटना ने समाज में सुरक्षा के सवाल को एक बार फिर से ताजा कर दिया है। होटल में हुई फायरिंग ने ना केवल वहां उपस्थित लोगों में भय पैदा किया, बल्कि समाज में एक असुरक्षित माहौल भी उत्पन्न किया है। ऐसे मामलों में समय पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि समाज में अपराधियों का मनोबल न बढ़े।