इजरायल की चेतावनी: दुश्मनों को भुगतना पड़ता है
इजरायल के बारे में कहा जाता है कि जिसने भी उससे दुश्मनी की, उसे अपना कफन तैयार रखना चाहिए। यह सच्चाई अब लेबनान में सामने आ रही है। हिजबुल्ला ने, जो हमास के बीच चल रही लड़ाई में कूद पड़ा, शायद यह नहीं सोचा था कि इजरायल से टकराना एक बड़ी गलती होगी। पहले, इजरायल ने 27 सितंबर को हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह को निशाना बनाया। अब, हिजबुल्ला को एक और बड़ा झटका लगा है। हसन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी, हाशेम सफीद्दीन, भी इजरायल के हाथों मारे गए हैं।
सफीद्दीन पर हमला: आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
इजरायल ने वरिष्ठ हिजबुल्ला अधिकारी सफीद्दीन को शुक्रवार सुबह अपना निशाना बनाया। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है। न तो इजरायल और न ही हिजबुल्ला ने इस हमले की कोई औपचारिक घोषणा की है। इस बीच, न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चल रही रिपोर्ट्स पर टिप्पणी नहीं कर सकते।
लेबनान में तबाही और विस्थापन
इस स्थिति में, लेबनान में तबाही का स्तर बढ़ता जा रहा है। एक्सियोस के रिपोर्टर बराक रविद के अनुसार, दो इजरायली स्रोतों ने बताया है कि सफीद्दीन इस हमले का मुख्य टारगेट था। इसके साथ ही, इजरायल ने दक्षिणी लेबनान के अतिरिक्त गांवों को खाली करने के आदेश भी जारी किए हैं। यह इजरायल के जमीनी आक्रमण के विस्तार का स्पष्ट संकेत है। अब तक, लेबनान में 1,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। लगभग 1 मिलियन लोग विस्थापित हो गए हैं। आश्रय स्थल अब क्षमता से अधिक भरे हुए हैं।
बेरूत पर भीषण बमबारी
इसके अलावा, गुरुवार की आधी रात को इजरायल ने बेरूत पर भीषण हवाई हमले किए। द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, उस समय हाशेम सफीद्दीन हिजबुल्ला के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अंडरग्राउंड बंकर में बैठक कर रहे थे। यह हमले नसरल्लाह को मारे जाने के बाद, इस क्षेत्र में की गई अब तक की सबसे भीषण बमबारी मानी जा रही है।
