Sirohi News: सिरोही जिले की रोहिड़ा पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में एक वांछित गांजा सप्लायर को गिरफ्तार किया है। यह ध्यान देने योग्य है कि जुलाई महीने में एक ड्रग रेस्क्यू के दौरान, आरोपी तस्कर और उसका साथी पुलिस द्वारा पकड़े गए थे, लेकिन पुलिस ने गांजा सप्लायर की तलाश जारी रखी, जिसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
रोहिड़ा पुलिस की विशेष कार्रवाई
रोहिड़ा पुलिस थानाधिकारी जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने NDPS अधिनियम के तहत सरूपगंज थाने के क्षेत्र में वांछित गांजा सप्लायर बकाराम, पुत्र दिता राम उर्फ हितराम गामेटी भील को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, 28 जुलाई की रात को पुलिस स्टेशन सरूपगंज के सामने एक नाकाबंदी की गई थी। नाकाबंदी के दौरान एक इको कार की तलाशी के दौरान 31.500 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया।
तस्करी का खुलासा
इस कार के चालक, मुकेशचंद चौधरी, पुत्र लक्षण चौधरी, और उसका साथी मौके से फरार हो गए। कार के अंदर मुकेश चौधरी के नाम का एक आधार कार्ड मिला, जिसके आधार पर गांजा और वाहन को जब्त किया गया और सरूपगंज पुलिस थाने के थानाधीकारी द्वारा NDPS अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
इसके बाद, इस मामले की जांच रोहिड़ा थानाधीकारी जितेंद्र सिंह को सौंपी गई। इस मामले में, गांजा लेने आए आरोपी मुकेश चौधरी के साथ आए हंसराज मीना, पुत्र मदनलाल, और गांजा के आपूर्तिकर्ता रविंद्र शर्मा, पुत्र मोहनलाल, को पहले ही ट्रेस कर लिया गया था और गिरफ्तार किया गया था।
विशेष अभियान का उद्देश्य
यह ध्यान देने योग्य है कि जिले में वांछित आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस प्रशासन ने मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। इस अभियान के तहत पुलिस ने कई ठिकानों पर छापे मारे हैं और कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का कहना है कि मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए यह अभियान जारी रहेगा, ताकि स्थानीय समुदाय को सुरक्षित रखा जा सके।
स्थानीय लोगों का समर्थन
गिरफ्तारी के बाद, स्थानीय निवासियों ने पुलिस की सराहना की और कहा कि ऐसे अभियानों से समाज में मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोका जा सकता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील की कि वे ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें जो समाज में अव्यवस्था फैलाते हैं।
गिरफ्तार आरोपियों का रिकार्ड
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बकाराम के अलावा, मुकेश चौधरी, हंसराज मीना और रविंद्र शर्मा शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड मौजूद है। पुलिस की जांच में यह पाया गया कि इन सभी का मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में गहरा संबंध था।
मादक पदार्थों की तस्करी की बढ़ती समस्या
सिरोही जिले में मादक पदार्थों की तस्करी एक गंभीर समस्या बन गई है। पुलिस के अनुसार, कई बार स्थानीय युवाओं को गांजा और अन्य मादक पदार्थों का सेवन करने के लिए प्रेरित किया जाता है, जिससे वे युवा वर्ग में नशे की लत का शिकार हो रहे हैं। इस स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस ने विशेष जागरूकता अभियानों का आयोजन भी किया है।
पुलिस की रणनीति
पुलिस ने मादक पदार्थों के तस्करों को पकड़ने के लिए विशेष रणनीति तैयार की है। इस रणनीति के तहत, स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दी जा सके।
पुलिस का मानना है कि अगर स्थानीय समुदाय सक्रिय रूप से सहयोग करे तो मादक पदार्थों की तस्करी पर काबू पाया जा सकता है। इसके अलावा, पुलिस ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म्स का भी इस्तेमाल करना शुरू किया है, जहां लोग अपनी शिकायतें और सूचनाएं सीधे पुलिस को भेज सकते हैं।
समापन विचार
सिरोही जिले में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए पुलिस का यह विशेष अभियान न केवल वांछित आरोपियों को गिरफ्तार करने में सहायक साबित हो रहा है, बल्कि यह समाज में नशे की लत के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रहा है। स्थानीय निवासियों का समर्थन इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
पुलिस प्रशासन का यह प्रयास निश्चित रूप से एक सकारात्मक बदलाव लाएगा और क्षेत्र में मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेजेगा। आशा है कि आने वाले दिनों में इस प्रकार के अभियान जारी रहेंगे और समाज को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।