आज के वक्त में सामान्य खेती के मुकाबले किसान सब्जियों की खेती से ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं. इससे उनकी आर्थिक हालत बेहतर हो रही है. इस वजह से दूसरे लोग भी सब्जी की खेती के लिए प्रेरित हो रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही एक फसल के बारे में बताने वाले हैं. जिसे आप साल में 2 बार कर सकते हैं. यह फसल बंद गोभी की है. इसकी खेती से किसान घर बैठे ही तगड़ी कमाई कर सकते हैं.
कृषि उपनिदेशक श्रवण कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया बाराबंकी जिले में हरी सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. वहीं, किसान अक्टूबर नवंबर के महीने में बंद गोभी की खेती करना चाहते हैं, तो इसकी कुछ उन्नत किस्मों की खेती कर सकते हैं. इन उन्नत किस्मों में पूसा मुक्ता, अर्ली ड्रम हेड, क्विस्टो, क्रांति और प्राइड ऑफ इंडिया किस्में शामिल हैं. इन किस्मों की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.
प्राइड ऑफ इंडिया किस्म यह पत्ता गोभी की जल्दी तैयार होने वाली किस्म है. इस पत्ता गोभी का आकार बड़ा होता है. इसका वजन एक से डेढ़ किलोग्राम का होता है. यह किस्म बुवाई के करीब 60 से 70 दिनों में तैयार हो जाती है.
क्रांति किस्म यह जल्दी तैयार होने वाली संकर किस्म है. रोपाई के बाद फसल को तैयार होने में महज 60 से 65 दिनों का समय लगता है. इस किस्म के एक फल का वजन करीब एक किलोग्राम होता है. प्रति एकड़ भूमि में खेती करने पर करीब 8 टन तक पैदावार होती है.
पूसा मुक्ता किस्म इस किस्म का पत्ता गोभी गोल और सपाट होता है. इसके साथ ही यह माध्यम आकार का और हल्के हरे रंग का होता है. प्रत्येक फल का वजन डेढ़ से दो किलो तक होता है. यह किस्म काली सड़न रोग के प्रति सहनशील होती है. ये किस्म प्रति एकड़ भूमि में खेती करने पर 10 से 12 टन तक पैदावार देती है.
अर्ली ड्रम हेड किस्म ये जल्दी पकने वाली किस्मों में से एक है. इस किस्म की पत्ता गोभी चपटे और मध्यम से लेकर बड़े आकार की होती है. इसके प्रत्येक बंद गोभी का वजन 2 से 3 किलोग्राम का होता है. ये किस्म प्रति एकड़ 8 से 10 टन तक पैदावार देती है.
क्विस्टो किस्म यह पत्ता गोभी की संकर किस्मों में से एक है. इस किस्म के फल आकार में गोल और सख्त होते हैं. इसके प्रत्येक फल का वजन 3 से 5 किलोग्राम होता है. ये किस्म रोपाई के 80 से 85 दिनों बाद तैयार हो जाती है.