रांची, अभिषेक रॉय : अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहो, तो पूरी कायनात उसे मिलाने में जुट जाती है…शाहरुख खान के इस डायलॉग को उन्हीं के एक जबरा फैन ने साबित कर दिखाया है. जुनून की यह कहानी गिरिडीह के शेख मोहम्मद अंसारी की है. वह 95 दिनों से बॉलीवुड बादशाह के मन्नत के बाहर शाहरुख खान से मिलने का इंतजार कर रहा था. आखिर शाहरुख खान से उसकी मुलाकात हो ही गयी. दो नवंबर को शाहरुख अपने 59वें जन्मदिन की रात एक फैन अपीयरेंस कार्यक्रम से लौट रहे थे. इस दौरान उनकी नजर शेख मोहम्मद पर पड़ी. उन्होंने अपने बाउंसर को बाहर भेजा और शेख को मन्नत के अंदर लेकर आने की बात कही. चंद मिनटों बाद शाहरुख शेख से मिले, गले लगाया और तस्वीर भी खिंचवायी.
अपना कंप्यूटर सेंटर बंद कर किंग खान से मिलने मुंबई पहुंचा
शेख मोहम्मद कोयला फिल्म देखने के बाद से शाहरुख खान का फैन बन गया. इसके बाद एक-एक कर किंग खान की सभी फिल्में देख ली. तीन महीने पहले गिरिडीह में अपना कंप्यूटर सेंटर बंद कर शेख मोहम्मद मुंबई पहुंच गया. उसकी एक ही मन्नत थी : किंग खान से मुलाकात. विश्वास था कि एक न एक दिन शाहरुख खान से मिल ही लेगा. शेख ने कहा : यह तो पता था कि दो-तीन दिनों में मुलाकात संभव नहीं है. लेकिन मन में यह बात थी कि बिना मिले गांव लौटने से इज्जत भी नहीं बचेगी. यही सोचकर इतने दिनों तक मन्नत के बाहर इंतजार करता रहा. पहले सिर्फ देखने की आस थी, बाद में उनसे मिलने का जुनून सवार हो गया. शेख रोजाना मन्नत के बाहर एक प्लेकार्ड लेकर पहुंचता, जिसपर लिखा होता : झारखंड से एसआरके टू मीट… डेज. लिखा होता था. इसमें डेज से पहले इंतजार के दिन का नंबर होता, जो हर दिन बदल जाता. इसे देख दूसरे फैंस भी उनसे मिलकर ब्लॉग बनाने लगे.