हफ्ते के आखिरी कारोबारी सेशन में खराब ग्लोबल संकेतों के बाद भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुले. कमजोर सेंटीमेंट के चलते बाजार में गिरावट बढ़ते दिखी. शुक्रवार को निफ्टी पहले 24,400 के नीचे फिसला, जोकि इंडेक्स का 50 दिन का मूविंग एवरेज (DMA) था. मेटल शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही. शुरुआती कामकाज में ही यह इंडेक्स 2.5% तक टूटा. निफ्टी बैंक और निफ्टी मिडकैप इंडेक्स भी 1.5% तक टूटते नजर आए. निफ्टी मिडकैप 800 से ज्यादा अंक फिसल चुका है. India VIX में 8% की तेजी दिखी.
सुबह 11 बजे तक निफ्टी करीब सवा फीसदी की गिरावट के साथ 24,250 के करीब कामकाज कर रहा. वहीं, सेंसेक्स भी 975 अंक यानी 1.20% गिरकर 80,300 के करीब कामकाज कर रहा है. निफ्टी के 50 में से 48 स्टॉक्स में गिरावट है. Bharti Airtel और Apollo Hospitals ही इंडेक्स के ऐसे दो स्टॉक्स हैं, जिनमें खरीदारी देखने को मिल रही. सेंसेक्स के 30 में से 29 स्टॉक्स लाल निशान में हैं.
निफ्टी के सबसे तेजी वाले स्टॉक्स की लिस्ट में टॉप पर Shriram Finance, Tata Steel, JSW Steel, Hindalco Industries और IndusInd Bank हैं. बाजार में इस गिरावट के बीच BSE पर लिस्टेड सभी कंपनियों की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में आज 6 लाख करोड़ रुपये की गिरावट दिखी है, जिसके बाद यह 451.65 लाख करोड़ पर है.
निफ्टी मेटल इंडेक्स में आज सबसे ज्यादा कमजोरी
मेटल शेयरों में दबाव के चलते मेटल आज सबसे कमजोरी वाला सेक्टर है. निफ्टी मेटल इंडेक्स में शामिल सभी स्टॉक्स में दबाव है. डिमांड में सुस्ती की वजह से स्टील स्टॉक्स पर दबाव है. ग्लोबल बाजारों में एल्यूमीनियम की कीमतों में ऊपरी स्तरों से 10% की गिरावट देखने को मिली है. लंदन मेटल एक्सचेंज (LME) पर बेस मेटल्स में भी निगेटिव ट्रेंड्स नजर आ रहा. NALCO ने प्राइमरी एल्युमीनियम इनगॉट्स की कीमतों में 2,300 रुपये प्रति टन की गिरावट दिखी है.
बाजार में आज इस गिरावट के पीछे कई वजह है. ग्लोबल फ्रंट पर डॉलर में मजबूती के बीच एशिया के बाजारों में शुक्रवार को शुरुआत से ही दबाव देखने को मिला. अमेरिका में दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ने के साथ ही 10-साल का बॉन्ड यील्ड इस साल की सबसे बड़ी बढ़त की ओर बढ़ रहा है. अमेरिका में कल नवंबर महीने के होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) और पिछले हफ्ते रोजगार के आंकड़े भी जारी हुए. ये दोनों आंकड़े अनुमान से ज्यादा रहे हैं.
इसके अलावा 2-दिवसीय के इकोनॉमिक पॉलिसी फोरम की बैठक के बाद चीन ने अर्थव्यवस्था में खपत को बूस्ट करने के लिए डेट बढ़ाने का फैसला लिया है. चीन के बाजारों इसका उत्साह नहीं दिखा. जापान के आलावा MSCI का एशिया-पैसिफिक इंडेक्स भी आधा फीसदी फिसला है. जापान का निक्केई इंडेक्स भी 1% से ज्यादा फिसला है. हालांकि, साप्ताहिक आधार पर यह इंडेक्स ऊपर है.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉलर में मजबूती चिंता का विषय है, क्योंकि इससे बाहरी महंगाई का असर भारत में भी देखने को मिलेगा. इसके अलावा घरेलू शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की ओर से एक बार फिर कैश मार्केट में बढ़ी बिकवाली चिंता बनती जा रही है. 11 और 13 दिसंबर को FIIs ने कैश मार्केट में ₹4,572 करोड़ की बिकवाली की है. भारतीय बाजारों में महंगे वैल्युएशन के चलते FIIs यह बिकवाली कर रहे हैं. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद डॉलर में मजबूती से भी उन्हें इसका फायदा और ज्यादा मिल रहा है.
भारत में गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद नवंबर महीने के खुदरा महंगाई दर (CPI) आंकड़े जारी हुए. नवंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 5.48% रही, जोकि अक्टूबर में 6.21% के मुकाबले कम है. लेकिन, खाद्य पदार्थों की कीमतों में नवंबर महीने के दौरान भी तेजी दिखी है.
किन शेयरों में सबसे ज्यादा एक्शन?
Crisil Share: ये शेयर आज करीब 2% गिरकर कामकाज कर रहा है. कंपनी की बोर्ड ने PSB लोन में 4.08% हिस्सा अधिग्रहण के लिए ₹33.25 करोड़ के इक्विटी कैपिटल निवेश की मंजूरी दे दी है.
Tata Motors Share: इस कंपनी ने गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद ट्रकों और बसों की कीमतों में 2% क की बढ़ोतरी का एलान किया है. कंपनी का कहना है कि लागत बढ़ने की वजह से यह फैसला लेना पड़ रहा है. बढ़ोतरी 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होंगे. टाटा मोटर्स का शेयर करीब आधा फीसदी तक फिसलकर कामकाज कर रहा है.
HUL Share: रक्षा मंत्रालय से कंपनी को ₹13,500 करोड़ का ऑर्डर मिला है. कंपनी को यह ऑर्डर 12 Su-30MKI फाइटर एयरक्राफ्ट्स बनाने के लिए मिले हैं. इस ऑर्डर के बाद यह स्टॉक 2% की बढ़त के साथ कामकाज कर रहा है.
Zomato Share: इस कंपनी को टैक्स विभाग से ₹803 करोड़ के GST डिमांड नोटिस मिला है, जिसके बाद स्टॉक करीब 3% फिसलकर कामकाज कर रहा है. कंपनी ने कहा है कि वो इस आदेश के खिलाफ से अपील करेगी.
