Hajipur News बिहार के हाजीपुर में एनआईए की टीम ने एक एडवोकेट के घर पर ताबड़तोड़ छापामारी की। टीम ने एडवोकेट संदीप कुमार सिन्हा उर्फ छोटू लला के घर को घेर लिया और करीब चार घंटे तक रेड की। इसके बाद टीम निकल गई लेकिन टीम के अधिकारी ने कुछ बताने से इंकार किया। इस रेड की चर्चा हर जगह हो रही है।
एडवोकेट के भाई की सात साल पहले हो चुकी है हत्या
बता दें कि छोटू लला के भाई संजीव कुमार सिंह उर्फ संजीव लला की हत्या बदमाशों ने करीब 7 साल पहले गोली मारकर कर दी थी। संजीव हाजीपुर के एसडीओ रोड निवासी सेवा निवृत शिक्षक अशोक कुमार सिंह का पुत्र और शहर के नामी मुख्तार प्रेम बाबू का पोता थे।
हाजीपुर में ही दूसरी छापामारी सत्यम कुमार के घर
टीम के अधिकारी ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर में करीब 1 महीने पहले एक मुखिया के घर हथियार के मामले में छापामारी हुई थी। हथियार के साथ स्थानीय एवं वैशाली जिले के दो बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
वहीं NIA की टीम ने घर के सभी कमरों की बारी बारी से तालाशी ली। वहीं घर में मौजूद सभी सदस्यों से पूछताछ भी की। हालांकि, इस दौरान घर के सदस्य एवं टीम के अधिकारी ने मीडिया को कुछ बताने से इंकार कर दिया। बता दें कि कुछ दिन पहले भी NIA की टीम ने बिहार के सीतामढ़ी में चिकेन विक्रेता के घर छापामारी की थी।
हथियार और अवैध जमीन का कनेक्शन आया सामने
बताया जा रहा है कि हाजीपुर के सत्यम कुमार और मुजफ्फरपुर जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र के पोखरैरा गांव निवासी विकास कुमार नागालैंड से एक-47 राजधानी एक्सप्रेस से खरीद कर लाया था। पुलिस आरोपितों के पास से लेंस लगे प्रतिबंधित हथियार एक-47 एसॉल्ट राइफल के अलावा मैगजीन, 5 जिंदा कारतूस, तीन मोबाइल जब्त किया था। इसमें विकास और सत्यम आपस में ममेरा फुफेरा भाई है।
सूत्रों के मुताबिक बताया गया कि सत्यम कुमार और विकास कुमार दोनों अवैध हथियार खरीदकर बिहार लाकर उसे बेच देता था। बेचकर जो पैसा मिलता था उससे वह जमीन में निवेश करता था। जमीन खरीदवाने में एडवोकेट छोटू लला की भूमिका भी अहम बताई जा रही है।
