Search
Close this search box.

Alwar News: ट्यूबवेल से पानी लेने गए किसान की बिजली के करंट से मौत, बिजली लाइन का तार पड़ा था खुला

Alwar News: ट्यूबवेल से पानी लेने गए किसान की बिजली के करंट से मौत, बिजली लाइन का तार पड़ा था खुला

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

Alwar News: अलवर जिले के सदर थाना क्षेत्र के किथूर गांव में एक दुखद हादसे में एक किसान की 11000 किलोवॉट बिजली की लाइन के करंट से मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब किसान अपने खेत में बाजरे की कटाई करवा रहा था और मजदूरों के लिए ट्यूबवेल से पानी लाने गया था। वहां मौजूद बिजली की तार की खराबी के कारण किसान की करंट लगने से मौत हो गई। परिवार के सदस्य और अन्य लोग तुरंत उसे अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही किसान की मौत हो गई थी।

Alwar News: ट्यूबवेल से पानी लेने गए किसान की बिजली के करंट से मौत, बिजली लाइन का तार पड़ा था खुला

घटना का विवरण

किथूर गांव के किसान अमर सिंह यादव, जो कि अपने खेत में मजदूरों से बाजरे की कटाई करवा रहे थे, कल दोपहर को मजदूरों के लिए ट्यूबवेल से पानी लेने गए थे। ट्यूबवेल के पास से 11000 किलोवॉट की एक बिजली लाइन गुजर रही थी, जिसका खुला तार वहां पड़ा था। अमर सिंह को इस तार के संपर्क में आने से गंभीर रूप से झटका लगा और वे जल गए। यह हादसा बिजली लाइन में पहले से मौजूद खराबी के कारण हुआ।

घटना के वक्त किसान के साथ उसके भतीजे देवेंद्र सिंह यादव भी मौजूद थे। देवेंद्र ने बताया कि अमर सिंह जब ट्यूबवेल के पास पहुंचे तो अचानक ही वे बिजली के तार के संपर्क में आ गए। तार में पहले से ही खराबी थी, जिसके चलते यह घटना घटी। करंट लगने के तुरंत बाद, परिवार और अन्य लोग तुरंत अमर सिंह को तार से अलग करने की कोशिश करने लगे।

करंट से बचाने की कोशिश

करंट से बचाने के लिए परिवार वालों और ग्रामीणों ने लकड़ी की मदद से अमर सिंह को तार से अलग किया और तुरंत ही उसे जिला अस्पताल के लिए रवाना किया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही अमर सिंह की मौत हो गई थी। जब डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, तो परिवार के सदस्यों को उनके शव का पोस्टमार्टम करके सौंपा गया।

बिजली विभाग की लापरवाही

इस दर्दनाक घटना ने बिजली विभाग की लापरवाही को एक बार फिर से उजागर कर दिया है। किथूर गांव में कई दिनों से बिजली लाइन की खराबी की शिकायतें आ रही थीं, लेकिन बिजली विभाग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस लापरवाही का परिणाम यह हुआ कि एक निर्दोष किसान की जान चली गई।

ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग को कई बार बिजली की लाइन की मरम्मत के लिए शिकायतें दी गई थीं, लेकिन विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। इस हादसे के बाद गांव में बिजली विभाग के प्रति गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाने की मांग की है।

किसान के परिवार की स्थिति

अमर सिंह यादव की मृत्यु के बाद उनका परिवार पूरी तरह से टूट गया है। अमर सिंह अपने परिवार के मुखिया थे और उनके ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। उनके जाने से परिवार को गहरा आघात पहुंचा है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि अमर सिंह एक मेहनती और ईमानदार किसान थे, जो अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते थे। उनकी असमय मौत ने परिवार को आर्थिक और मानसिक रूप से बुरी तरह प्रभावित किया है।

प्रशासन से सहायता की मांग

परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस दुखद घटना के बाद मदद की मांग की है। उनका कहना है कि अमर सिंह के परिवार को उचित मुआवजा मिलना चाहिए और बिजली विभाग की लापरवाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

इसके अलावा, गांव के अन्य किसानों ने भी प्रशासन से आग्रह किया है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बिजली लाइनों की नियमित जांच की जाए और सभी बिजली लाइनों की मरम्मत की जाए।

बिजली सुरक्षा के प्रति जागरूकता

इस घटना ने बिजली सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने की भी जरूरत को उजागर किया है। बिजली के तारों की खराबी और उनकी समय पर मरम्मत न होने के कारण कई बार इस तरह की दुर्घटनाएं हो जाती हैं। ग्रामीण इलाकों में अक्सर बिजली की समस्याएं होती हैं, लेकिन उनकी अनदेखी करने से जान-माल का नुकसान होता है। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग से मांग की है कि वे समय-समय पर बिजली की लाइनों की जांच करें और किसी भी खराबी को तुरंत ठीक करें।

SatishRana
Author: SatishRana

Leave a Comment

और पढ़ें

  • Buzz4 Ai
  • Buzz Open / Ai Website / Ai Tool