Haryana elections: हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 26 सितंबर को होने वाली रैली का स्थान बदल दिया है। पहले यह रैली सोनीपत के राय स्थित राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में होनी थी, लेकिन अब इसे गोहाना में आयोजित किया जाएगा। बीजेपी के जिलाध्यक्ष जसबीर डोडवा ने पार्टी नेताओं के साथ गोहाना का दौरा किया और रैली के लिए नई जगह का चयन किया। अब यह रैली हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HUDA) के बाईपास पर रोहतक-पानीपत हाईवे के पास आयोजित होगी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी इसी स्थान से रैली को संबोधित किया था, जो कि बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था।
रैली के स्थान में बदलाव क्यों?
बीजेपी ने पहले प्रधानमंत्री मोदी की 26 सितंबर की रैली के लिए सोनीपत के राय विधानसभा क्षेत्र स्थित राजीव गांधी एजुकेशन सिटी को चिह्नित किया था। यह स्थान जिले के एक छोर पर और दिल्ली के पास है। हालांकि, पार्टी ने इसे बदलकर गोहाना में रैली करने का निर्णय लिया। रैली स्थल के बदलाव के पीछे मुख्य कारण यह था कि राय का स्थान जिले के अंत में स्थित है और यहां 22 विधानसभा क्षेत्रों से कार्यकर्ताओं को पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती।
बीजेपी के जिला अध्यक्ष जसबीर डोडवा ने बताया कि गोहाना का नया स्थल सभी विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं के लिए अधिक सुविधाजनक है, क्योंकि यह हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों से अधिक सुलभ है।
बीजेपी ने राय से क्यों हटाया रैली का स्थान?
बीजेपी ने 2019 के विधानसभा चुनावों में राय से जीत हासिल की थी, लेकिन गोहाना क्षेत्र में कांग्रेस का दबदबा रहा है। 2005 से गोहाना विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस लगातार जीतती आ रही है। इस बार, बीजेपी ने कांग्रेस के इस गढ़ में प्रधानमंत्री की रैली करने का निर्णय लिया है, ताकि पार्टी अपने अभियान को मजबूत कर सके और कांग्रेस के परंपरागत क्षेत्र में सेंध लगा सके।
रैली का स्थान बदलने के इस फैसले से साफ है कि बीजेपी आगामी विधानसभा चुनावों में पूरी तैयारी कर रही है और विपक्षी दलों के प्रभाव वाले क्षेत्रों में अपना दबदबा बढ़ाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी के रणनीतिकार मानते हैं कि गोहाना में रैली करने से पार्टी को इस क्षेत्र में अधिक समर्थन मिलेगा, खासकर उन क्षेत्रों से जहां कांग्रेस की पकड़ मजबूत है।
गोहाना का राजनीतिक महत्व
गोहाना, सोनीपत जिले का एक प्रमुख शहर है और हरियाणा की राजनीति में इसका विशेष स्थान है। यह क्षेत्र कृषि प्रधान है और यहां के लोग कृषि के साथ-साथ व्यापार से भी जुड़े हुए हैं। कांग्रेस का इस क्षेत्र में लंबे समय से दबदबा रहा है, लेकिन बीजेपी यहां अपने समर्थन आधार को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
गोहाना से 2005 से कांग्रेस के उम्मीदवार लगातार जीतते आए हैं, लेकिन बीजेपी यहां बदलाव लाने के प्रयास में है। प्रधानमंत्री मोदी की रैली के जरिए बीजेपी स्थानीय कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को प्रेरित करना चाहती है। इसके अलावा, रैली के जरिए पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि वह हरियाणा के हर क्षेत्र में चुनावी मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
22 विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ता होंगे शामिल
बीजेपी की यह रैली केवल गोहाना के लिए ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि सोनीपत और आसपास के 22 विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ता भी इस रैली में शामिल होंगे। पार्टी इस रैली को एक बड़े चुनावी अभियान की शुरुआत के रूप में देख रही है, जहां से वह अपनी चुनावी रणनीति को मजबूत बनाएगी।
बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनावों में राय से जीत हासिल की थी और अब वह गोहाना जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है। रैली में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के लिए पार्टी के लिए एक प्रेरणा स्रोत होगा।
प्रधानमंत्री का संबोधन और चुनावी रणनीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हरियाणा में लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए बीजेपी इस रैली को एक बड़े चुनावी आयोजन के रूप में देख रही है। प्रधानमंत्री अपने संबोधन में केंद्र सरकार की उपलब्धियों, हरियाणा के विकास, और किसानों, युवाओं, और महिलाओं के लिए किए गए कामों पर जोर देंगे। इसके साथ ही, पीएम मोदी विपक्ष पर भी तीखे हमले कर सकते हैं, खासकर कांग्रेस पार्टी पर, जो गोहाना और अन्य क्षेत्रों में मजबूत स्थिति में है।
बीजेपी की रणनीति साफ है कि वह प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और उनकी सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर कांग्रेस के मजबूत गढ़ों में सेंध लगाने की कोशिश करेगी। गोहाना की यह रैली बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि पार्टी यहां से एक मजबूत संदेश देना चाहती है कि वह हरियाणा के सभी क्षेत्रों में जीत के लिए तैयार है।