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Tina Dabi: आईएएस टीना ने सड़क पर उतरकर कि शहर की सफाई, कहा – “अगर कूड़ेदान नहीं हैं तो दुकानें बंद होंगी”

Tina Dabi: आईएएस टीना ने सड़क पर उतरकर कि शहर की सफाई, कहा - "अगर कूड़ेदान नहीं हैं तो दुकानें बंद होंगी"

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Tina Dabi: बाड़मेर की कलेक्टर टीना डाबी, जो सोशल मीडिया पर चर्चित हैं, ने आज शहर की सफाई के लिए सड़क पर कदम रखा। “नवो बाड़मेर” अभियान के तहत, डाबी ने बाड़मेर शहर के मुख्य चौराहे अहिंसा सर्कल से लेकर सरकारी अस्पताल तक एक सफाई मुहिम की शुरुआत की। इस दौरान, जब लोगों ने इस अभियान को देखने के लिए सड़क पर रुकना शुरू किया, तो डाबी ने कहा, “या तो यहां से जाएं या सफाई में मदद करें। अगर आप रुकेंगे, तो मैं इस जगह को साफ करवा दूंगी।”

अभियान की पृष्ठभूमि

टीना डाबी का यह अभियान बाड़मेर में सफाई की आदत को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। उनकी मान्यता है कि सफाई केवल सरकारी कार्य नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है। डाबी ने लोगों से यह अपील की कि अगर कूड़ेदान नहीं हैं, तो दुकानों को बंद कर देना चाहिए। उनका कहना है कि यदि लोग अपने आस-पास के माहौल को साफ नहीं रखेंगे, तो शहर की तस्वीर कभी नहीं बदलेगी।

Tina Dabi: आईएएस टीना ने सड़क पर उतरकर कि शहर की सफाई, कहा - "अगर कूड़ेदान नहीं हैं तो दुकानें बंद होंगी"

90 दिनों का अभियान

हा कि किसी भी काम को आदत बनाने में कम से कम 90 दिन लगते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, यह सफाई अभियान 90 दिनों तक चलेगा। डाबी का मानना है कि जब सफाई लोगों की आदत बन जाएगी, तो शहर की तस्वीर अपने आप बदल जाएगी। उन्होंने बाड़मेर के निवासियों से कहा कि सफाई में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि बाड़मेर के लोग अपनी जिम्मेदारी समझें कि यह शहर हमारा घर है और इसे साफ-सुथरा रखना कोई शर्म की बात नहीं है।” डाबी ने स्थानीय निवासियों को प्रेरित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से सफाई के कार्यों में भाग लिया, जिससे लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता बढ़े।

सफाई अभियान का असर

सफाई अभियान के दौरान, टीना डाबी ने स्थानीय दुकानदारों से संवाद किया। उन्होंने दुकानदारों से कहा कि यदि उनके पास कूड़ेदान नहीं हैं, तो वे अपनी दुकानें बंद करें। यह कहकर उन्होंने दुकानदारों को यह समझाने की कोशिश की कि स्वच्छता का कोई विकल्प नहीं है।

टीना डाबी ने कहा, “अगर आप अपने व्यवसाय को चलाना चाहते हैं, तो आपको अपने आसपास सफाई रखना होगा। अगर लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं, तो हमें सख्त कदम उठाने होंगे।”

इस अभियान के दौरान, डाबी ने सड़कों पर बिखरे कचरे को साफ किया, और उन्होंने स्वयं झाड़ू उठाकर सफाई का काम किया। उनकी यह पहल स्थानीय निवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है।

लोगों की प्रतिक्रिया

बाड़मेर के निवासियों ने टीना डाबी की इस मुहिम की सराहना की है। लोगों का कहना है कि ऐसी पहल से न केवल शहर की सफाई में मदद मिलेगी, बल्कि यह लोगों में जागरूकता भी बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि जब प्रशासनिक अधिकारी खुद सड़क पर उतरकर सफाई करते हैं, तो आम लोगों को भी प्रेरणा मिलती है।

एक स्थानीय निवासी ने कहा, “टीना डाबी ने जो किया है, वह सराहनीय है। हमें अपने शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए जागरूक रहना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के अभियान से ही लोग अपनी जिम्मेदारी समझेंगे।

अभियान का उद्देश्य

टीना डाबी के इस अभियान का मुख्य उद्देश्य केवल शहर की सफाई नहीं है, बल्कि यह लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी का भाव जगाना भी है। उनका मानना है कि जब लोग समझेंगे कि सफाई उनका काम है, तो वे इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लेंगे।

उन्होंने कहा, “जब हम अपने घर को साफ रखते हैं, तो हमें अपने शहर को भी उसी तरह साफ रखना चाहिए। यह हमारी जिम्मेदारी है।”

सफाई का महत्व

स्वच्छता केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। एक साफ-सुथरा वातावरण न केवल बीमारियों को दूर रखता है, बल्कि लोगों के मन में सकारात्मकता और खुशी भी बढ़ाता है।

टीना डाबी ने कहा, “एक साफ-सुथरा शहर लोगों को गर्वित करता है। जब हम अपने आस-पास सफाई रखते हैं, तो यह न केवल हमारे लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक उपहार है।”

SatishRana
Author: SatishRana

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