Kekri: राजस्थान के केकड़ी में 4 अक्टूबर से स्कूल की लड़कियों के लिए 17 और 19 वर्ष की आयु वर्ग के लिए राज्य स्तरीय सॉफ़्टबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में राज्य के सभी पचास जिलों की टीमों ने भाग लिया है। इस आयोजन में कुल 84 टीमों के 1328 खिलाड़ियों की भागीदारी ने केकड़ी को खेल गांव का रूप दे दिया है।
प्रतियोगिता का महत्व
राज्य स्तरीय सॉफ़्टबॉल प्रतियोगिता का आयोजन सरकारी कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय केकड़ी में किया गया है, जिसका उद्देश्य खेलों के प्रति लड़कियों की रुचि को बढ़ावा देना और उनके खेल कौशल को निखारना है। इस प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों की टीमों ने भाग लिया है, जिससे क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिला है।
भोजन की व्यवस्था
खिलाड़ियों के लिए भोजन की व्यवस्था रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा स्थानीय दानदाताओं की मदद से की गई है। इस व्यवस्था में चार दिनों तक विभिन्न सेवकों और स्वयंसेवकों ने मेहनत की है। इस दौरान, केकड़ी की जिला कलेक्टर श्वेता चौहान ने इन खिलाड़ियों की सेवा का अनुभव किया और उनका हौसला बढ़ाया।
कलेक्टर का सादगी भरा व्यवहार
कलेक्टर श्वेता चौहान ने खिलाड़ियों के लिए की गई इस भोजन व्यवस्था की जानकारी मिलने पर खुद को रोक नहीं पाईं। उन्होंने सोमवार शाम को भोजन स्थल पर पहुंचकर खिलाड़ियों के साथ पंगत में बैठकर भोजन किया। उनकी यह सादगी और मिलनसारिता ने न केवल लड़कियों को बल्कि इस आयोजन में लगे स्वयंसेवकों को भी प्रभावित किया।
श्वेता चौहान ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया और उनके खेल के प्रति समर्पण की सराहना की। उनका यह मित्रवत और स्नेहपूर्ण व्यवहार खिलाड़ियों के मन में एक अलग छाप छोड़ गया। लोगों ने कहा कि इस घटना ने खेल के प्रति सम्मान और सेवा के महत्व को उजागर किया है।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
प्रतियोगिता में भाग ले रही खिलाड़ियों ने कलेक्टर की इस सादगी भरे व्यवहार की प्रशंसा की। खिलाड़ियों का कहना है कि जब कोई उच्च पदस्थ अधिकारी उनके साथ बैठकर खाना खाता है, तो यह उनके लिए गर्व की बात होती है। इससे उन्हें और अधिक प्रेरणा मिलती है और वे अपनी मेहनत को और भी बेहतर तरीके से करने का प्रयास करते हैं।
स्थानीय लोगों की राय
स्थानीय लोगों ने कलेक्टर श्वेता चौहान के इस कदम की सराहना की। उनका कहना है कि सरकारी अधिकारियों का इस तरह का व्यवहार दिखाता है कि वे जनता के प्रति कितने समर्पित हैं। इससे यह संदेश भी जाता है कि सरकारी पदों पर बैठे लोग समाज के साथ जुड़े रहना चाहिए और उनकी सेवा करनी चाहिए।
खेलों का विकास
राज्य स्तरीय इस सॉफ़्टबॉल प्रतियोगिता का आयोजन केवल खेलों को बढ़ावा देने के लिए नहीं है, बल्कि यह लड़कियों के आत्मविश्वास को भी बढ़ाने में मदद कर रहा है। खेलों के माध्यम से लड़कियां न केवल अपनी शारीरिक क्षमता को विकसित कर रही हैं, बल्कि वे सामूहिकता और टीमवर्क की भावना को भी समझ रही हैं।
खेलों में भागीदारी का महत्व
खेलों में भागीदारी करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। लड़कियों का खेलों में हिस्सा लेना उन्हें आत्मनिर्भर बनाता है और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफल होने के लिए प्रेरित करता है। इस तरह की प्रतियोगिताएं उन्हें नई मित्रता और अनुभव प्रदान करती हैं, जो उनके भविष्य में सहायक साबित हो सकती हैं।
भविष्य की योजनाएं
कलेक्टर श्वेता चौहान ने इस प्रकार के आयोजन को भविष्य में भी जारी रखने की इच्छा जताई है। उनका मानना है कि यदि ऐसी प्रतियोगिताएं नियमित रूप से आयोजित की जाएं, तो इससे लड़कियों के खेल में रुचि और बढ़ेगी। इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी जिलों के प्रशासन को ऐसे आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए और लड़कियों को हर संभव समर्थन प्रदान करना चाहिए।