समाचार एजेंसियों एएनआई और पीटीआई ने पुलिस के हवाले से बताया कि मंगलवार को ओडिशा की सीमा पर गरियाबंद जिले में छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ मुठभेड़ में कम से कम 14 माओवादी मारे गए। इस मुठभेड़ में सोमवार को दो महिला माओवादी भी मारी गईं। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में एक करोड़ रुपये का इनामी माओवादी भी मारा गया। मुठभेड़ अभी जारी है। रिपोर्ट के मुताबिक माओवादियों के हताहत होने की संख्या बढ़ सकती है। अधिकारियों ने बताया कि इसी अभियान के दौरान मुठभेड़ में एक दिन पहले दो महिला माओवादी मारी गईं और एक कोबरा जवान घायल हो गया। सोमवार देर रात और मंगलवार सुबह छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर मैनपुर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक जंगल में फिर से गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में 12 और माओवादी मारे गए। अधिकारी ने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), छत्तीसगढ़ से कोबरा और ओडिशा से विशेष अभियान समूह (एसओजी) के सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम इस अभियान में शामिल थी।
अधिकारी ने बताया कि यह अभियान 19 जनवरी की रात को छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व वन में माओवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर शुरू किया गया था, जो ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा से महज 5 किलोमीटर दूर है।
अधिकारी ने बताया कि सोमवार को अभियान के दौरान दो महिला माओवादियों को मार गिराया गया और मुठभेड़ स्थल से एक सेल्फ-लोडिंग राइफल सहित बड़ी मात्रा में आग्नेयास्त्र, गोला-बारूद और आईईडी बरामद किए गए।
माओवादियों पर कार्रवाई
माओवादियों पर कार्रवाई केंद्र सरकार की 2026 तक “नक्सलवाद को खत्म करने” की प्रतिज्ञा का हिस्सा है, यह एक ऐसा संकल्प है जिसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तब दोहराया जब 6 जनवरी को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों द्वारा IED का इस्तेमाल करके उनके वाहन को उड़ा दिए जाने के बाद आठ जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के जवान और एक ड्राइवर की जान चली गई।
बताया जाता है कि यह विस्फोट बीजापुर जिले के बेदरे-कुटरू रोड पर हुआ।
IG ने बताया कि DRG दंतेवाड़ा के जवान एक संयुक्त अभियान के बाद स्कॉर्पियो में वापस लौट रहे थे। IG बस्तर ने बताया कि संयुक्त अभियान दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर का था।
पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि राज्य पुलिस की एक इकाई DRG पर माओवादी हमला पिछले दो वर्षों में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर सबसे बड़ा हमला था। 26 अप्रैल, 2023 को पड़ोसी दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे एक काफिले का हिस्सा रहे वाहन को नक्सलियों द्वारा विस्फोट कर उड़ा दिए जाने से दस पुलिस कर्मियों और एक नागरिक चालक की मौत हो गई थी।
