विदेश मंत्रालय की मीडिया ब्रीफिंग दोपहर करीब 3 बजे होगी।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद तनाव ऐसे समय बढ़ा है जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वितीय विश्व युद्ध में सोवियत संघ की विजय की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए बुधवार को चार दिवसीय यात्रा पर रूस के लिए रवाना होने वाले हैं।
शी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बातचीत करने वाले हैं, जिनके साथ उनकी घनिष्ठ व्यक्तिगत मित्रता है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के “अडिग सहयोगी” चीन ने इसकी निंदा करते हुए संयम बरतने और हमले की निष्पक्ष और त्वरित जांच करने का आह्वान किया है।
पिछले कुछ दिनों में दोनों देशों ने कूटनीतिक संपर्क भी बढ़ाया है।
वहीं, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने 27 अप्रैल को चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी को फोन करके जानकारी दी।
पाकिस्तान में चीनी राजदूत जियांग जैदोंग ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की।
डार के साथ अपनी बातचीत में वांग ने कहा कि चीन घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा है और इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद से निपटना पूरी दुनिया की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि चीन जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच का समर्थन करता है, क्योंकि यह संघर्ष भारत या पाकिस्तान के मौलिक हितों की पूर्ति नहीं करता है और न ही यह क्षेत्रीय शांति और स्थिरता में योगदान देता है। वांग ने कहा, “एक मजबूत मित्र और हर मौसम में रणनीतिक सहयोगी साझेदार के रूप में चीन पाकिस्तान की वैध सुरक्षा चिंताओं को पूरी तरह समझता है और अपनी संप्रभुता और सुरक्षा हितों की रक्षा करने में पाकिस्तान का समर्थन करता है।”
