Saving Account Limit: आज के डिजिटल युग में, हर कोई एक बैंक खाता खोलता है। क्योंकि अब कोई भी काम बैंक के बिना नहीं होता। अगर आपको किसी सरकारी योजना का लाभ उठाना है, तो बैंक खाता होना बहुत जरूरी है। यही कारण है कि हर कोई बैंक के माध्यम से एक सेविंग अकाउंट खोलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि RBI ने आपके सेविंग अकाउंट में कितनी राशि रख सकते हैं, इसके लिए नियम बनाए हैं? आइए जानते हैं कि सेविंग अकाउंट में कितनी राशि रखी जा सकती है और नई नियम के अनुसार आपको क्या करना होगा।
Saving Account में कितनी राशि रख सकते हैं?
आज के डिजिटल समय में, लोग ऑनलाइन लेनदेन करते हैं और इसके लिए बैंक खाता बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर आपके पास बैंक खाता नहीं है, तो आप ऑनलाइन लेनदेन नहीं कर सकते। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी एक सेविंग अकाउंट होना अनिवार्य है।
डिजिटल युग में, बैंक खाता आपके ऑनलाइन लेनदेन को आसान बनाता है। इसी कारण से पासबुक भी आपके लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन जाता है। लोग सेविंग अकाउंट में पैसे भी रखते हैं। यदि आप भी अपने पैसे को सेविंग अकाउंट में रखते हैं, तो रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) और आयकर विभाग ने इसके लिए समय सीमा निर्धारित की है। अगर राशि निर्धारित सीमा से अधिक हो जाती है, तो आयकर विभाग संबंधित व्यक्ति से पूछताछ शुरू कर सकता है।
डिजिटल लेनदेन में वृद्धि
जैसा कि आप सभी जानते हैं, देश पूरी तरह से डिजिटल लेनदेन की ओर बढ़ चुका है। लोग अब अपने जेब, वॉलेट और घर में नकद नहीं रखते हैं। अधिकांश लोग अपना पैसा सेविंग अकाउंट में रखते हैं। आजकल अन्य बैंकों ने अपनी खुद की मोबाइल ऐप लॉन्च की है, जिनके माध्यम से लोग ऑनलाइन डिजिटल ट्रांसफर करते हैं। इसके अलावा, कई मोबाइल ऐप जैसे Paytm, PhonePe, UPI, डेबिट कार्ड, रूपे कार्ड आदि के माध्यम से लेनदेन कर रहे हैं।
RBI के अनुसार Saving Account में कितनी राशि रख सकते हैं
पहले आपको बताना चाहेंगे कि सेविंग अकाउंट में पैसे रखने की कोई सीमा नहीं है। लेकिन आयकर विभाग ने वित्तीय वर्ष में सेविंग अकाउंट की बैलेंस की सीमा तय की है। आयकर विभाग के नियमों के अनुसार, अगर कोई नागरिक अपने सेविंग अकाउंट में वित्तीय वर्ष के दौरान ₹10 लाख या उससे अधिक रखता है, तो आयकर विभाग उसकी जांच कर सकता है। आयकर विभाग संबंधित व्यक्ति से ईमेल के माध्यम से भी पूछताछ कर सकता है। इसके बाद, खाता धारक को आयकर विभाग को जवाब देना होगा और बचे हुए पैसे के स्रोत के बारे में जानकारी देनी होगी।
Saving Account में कितनी राशि पर टैक्स लगता है?
अगर आपका खाता किसी भी बैंक में है, चाहे वह करंट अकाउंट हो या सेविंग अकाउंट, तो आयकर विभाग हमेशा सभी सेविंग अकाउंट्स पर नज़र रखता है। जब भी आप अपने बैंक खाते से पैसे निकालते या जमा करते हैं, तो आयकर विभाग को इसकी जानकारी मिल जाती है। अगर आपके खाते में वित्तीय वर्ष के दौरान लगभग ₹10 लाख की बैलेंस है, तो आयकर विभाग आपसे सवाल नहीं करेगा। लेकिन जैसे ही सेविंग अकाउंट की बैलेंस निर्धारित सीमा को पार करती है, आयकर विभाग आपकी आयकर सुनवाई शुरू कर देता है। अगर आयकर का भुगतान नहीं किया जाता है, तो आयकर विभाग खाता धारक को नोटिस भेजता है।