Ajmer में पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने प्रशासन के मानसून संबंधी दावों की पोल खोल दी है। बारिश के कारण जयपुर रोड के दोनों ओर पानी जमा हो गया है, जबकि सावित्री स्कूल, मेडिकल कॉलेज के बाहर, सूचना केंद्र चौराहा और शहर की अन्य प्रमुख सड़कों पर भी पानी भर गया है। झलकारी नगर, भट्टा, नगरा और अन्य निचले इलाकों में पानी भरने से स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
अलवर गेट पुलिस स्टेशन डूबा
सुबह से जारी भारी बारिश के कारण शहर का अलवर गेट पुलिस स्टेशन और महिला पुलिस स्टेशन भी पानी में डूब गए हैं। इस वजह से पुलिसकर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस स्टेशन परिसर में खड़े वाहन भी जलभराव की वजह से डूब गए हैं। भारी बारिश के चलते शहर के अधिकांश हिस्सों में जलभराव हो गया है।
नसीराबाद में 32 साल बाद बाढ़ की स्थिति
नसीराबाद के समीप संप्रोदा गांव में भी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। यहां 1992 में बाढ़ आई थी, और पिछले चार दिनों से लगातार भारी बारिश के कारण माधोलाव और धांचोलाव तालाब ओवरफ्लो हो गए हैं, जिससे 32 साल बाद बाढ़ की स्थिति फिर से उत्पन्न हो गई है।
कई गांवों जैसे रामसर, गोठियाना, झाडोल की कनेक्टिविटी टूट गई है और कई घर ढह गए हैं। सरपंच सूप्यार देवी और बीजेपी नेता दयाल चौधरी ने विधायक रामस्वरूप लांबा और स्थानीय प्रशासन को बाढ़ की स्थिति के बारे में सूचित किया और उन्हें स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया है।