Vinesh Phogat को हाल ही में पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम भारवर्ग के महिला कुश्ती के फाइनल मैच से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। शनिवार को भारत लौटने के बाद, गांव बलाली में लोग अपनी-अपनी तरह से विनेश का सम्मान कर रहे हैं। एक अनोखा सम्मान पेश करते हुए, रोहतक के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. परमजीत मलिक ने झज्जर से गांव बलाली तक 30 किलो घी ले जाकर विनेश फोगाट का सम्मान किया।
डॉ. परमजीत का 50 किलोमीटर का सफर
डॉ. परमजीत मलिक ने बताया कि उन्होंने शनिवार सुबह करीब 6:30 बजे झज्जर से बलाली के लिए चलना शुरू किया। उन्होंने अपने कंधों पर 30 किलो देसी घी की दो टिनें लेकर लगभग 50 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया।
डॉ. परमजीत मलिक ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि ओलंपिक में विनेश के साथ जो हुआ, वह गलत था। लेकिन इससे विनेश की इज्जत देश के नजर में और बढ़ी है। लोग विनेश को सम्मान दे रहे हैं ताकि उनका मनोबल ऊंचा रहे।
उन्होंने कहा कि “घी एक पहलवान के आहार में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, इसलिए मैंने विनेश को देसी घी देने का निर्णय लिया और अपने कंधों पर घी लेकर झज्जर से चलना शुरू किया।”
डॉ. परमजीत ने आगे कहा कि विनेश ने ओलंपिक में दुनिया के नंबर वन पहलवान को हराया है। ऐसे में वह विनेश से अपील करेंगे कि वह ओलंपिक 2028 में मेडल जीतें और दूसरों के लिए प्रेरणा बनें।