Arjun Ram Meghwal on UPS: केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस सरकार ने एनपीएस का विरोध नहीं किया। वहीं, मंत्री मेघवाल ने कहा कि यूपीएस कर्मचारियों के लिए लाभदायक है।
UPS पर अर्जुन राम मेघवाल का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) की घोषणा की है। अब कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार पहले से चल रही नई पेंशन योजना (एनपीएस) और यूपीएस में से किसी एक को चुन सकते हैं। हालांकि, विपक्ष लगातार सरकार पर इस मुद्दे को लेकर हमला कर रहा है। विपक्ष का कहना है कि सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे लाभकारी पेंशन योजना ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना) है और इसे फिर से लागू किया जाना चाहिए।
‘यह कांग्रेस का मुद्दा नहीं था’
अब, विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक बड़ा बयान दिया है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 2004 से 2014 के दौरान मनमोहन सिंह सरकार का हवाला देते हुए कहा कि उस समय कांग्रेस को एनपीएस से कोई समस्या नहीं थी। मंत्री ने कहा, “एनपीएस की अवधारणा 2004 के आसपास आई। इसके बाद मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री का पद संभाला। फिर 2004 से 2014 के बीच मनमोहन सिंह सरकार की नई पेंशन योजना के खिलाफ कोई विरोध नहीं हुआ। वे खुद एनपीएस की प्रशंसा करते थे।”
‘कर्मचारियों के लिए सबसे लाभकारी है यूपीएस’ – अर्जुन राम मेघवाल
अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “जैसे ही यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर आया, पीएम मोदी ने वित्त सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया। उस समिति ने सभी हितधारकों से चर्चा के बाद निर्णय लिया। इस निर्णय के बाद एनपीएस और यूपीएस को एक साथ लागू किया जा रहा है। जो भी कर्मचारी यूपीएस में अधिक लाभ देखता है, वह यूपीएस को अपना सकता है। मुझे लगता है कि एकीकृत पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में लिया गया एक बड़ा निर्णय है।”