Bhupendra Singh Hooda’s strong statement: पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कुमारी शैलजा के खिलाफ बयान देने वाले नेताओं को कड़ी चेतावनी दी है। हुड्डा ने कहा कि कुमारी शैलजा हमारी बहन हैं और कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं। कांग्रेस में कोई भी नेता या कार्यकर्ता उनके खिलाफ गलत टिप्पणी नहीं कर सकता। जिन्होंने उनके खिलाफ बयान दिया है, उनकी कांग्रेस में कोई जगह नहीं है। यह बयान उन्होंने सोमवार को अपने निवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया।
कुमारी शैलजा की रक्षा में हुड्डा का कड़ा रुख
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कांग्रेस के किसी भी नेता द्वारा कुमारी शैलजा के खिलाफ टिप्पणी करना पार्टी की नीति और आदर्शों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कुमारी शैलजा ने पार्टी और समाज के लिए जो योगदान दिया है, उसे नजरअंदाज करना गलत है। हुड्डा ने यह भी कहा कि ऐसे लोग जो कुमारी शैलजा के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें कांग्रेस में कोई स्थान नहीं मिल सकता।
राजनीति में असामाजिक मानसिकता की निंदा
हुड्डा ने यह भी टिप्पणी की कि आजकल हर किसी के हाथ में मोबाइल है और लोगों को किसी भी बात को मनवाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ऐसी मानसिकता समाज या राजनीति में स्थान नहीं रखती। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल जानबूझकर समाज को जाति के आधार पर विभाजित करने की साजिश कर रहे हैं।
हरियाणा में जातिवाद के खिलाफ हुड्डा का संदेश
हुड्डा ने हरियाणा की जनता को जाति के आधार पर विभाजित करने की साजिशों से सावधान रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि हरियाणा का समाज किसी भी चाल में फंसने वाला नहीं है और सभी 36 जातियाँ एकजुट होकर कांग्रेस सरकार बनाएंगी। हुड्डा ने जोर देते हुए कहा कि पूरे हरियाणा में केवल एक ही नारा गूंज रहा है – ‘जाति या धर्म के आधार पर नहीं, बटन हाथ पर दबाएंगे’।
कांग्रेस की एकजुटता का संदेश
हुड्डा के बयान ने कांग्रेस पार्टी में एकजुटता और स्पष्टता का संकेत दिया है। पार्टी के अंदरूनी विवादों और बाहरी साजिशों के बीच, हुड्डा ने पार्टी के सम्मान और एकता की रक्षा के लिए कड़ा रुख अपनाया है। कांग्रेस की प्राथमिकता है कि पार्टी के सभी सदस्य और नेता एकजुट रहें और किसी भी प्रकार की आपसी विवादों को पार्टी की ताकत के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने दें।
भूपेंद्र हुड्डा की प्रतिक्रिया का महत्व
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का यह बयान कांग्रेस पार्टी के भीतर और हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण संकेत है। यह स्पष्ट करता है कि कांग्रेस अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के सम्मान की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है और पार्टी की एकता को बनाए रखने के लिए किसी भी प्रकार की विभाजनकारी गतिविधियों के खिलाफ है। हुड्डा का यह बयान कांग्रेस की नैतिक और राजनीतिक स्थिरता को बनाए रखने में मदद करेगा और पार्टी की प्राथमिकताओं और नीतियों के प्रति निष्ठा को सुदृढ़ करेगा।