मुंबई: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस बरकरार है. महायुति की सरकार तय है मगर सीएम कौन होगा, अब तक फैसला नहीं हो पाया है. इस बीच एकनाथ शिंदे के अचानक गांव जाने से सियासी हलचल बढ़ गई है. आज एकनाथ शिंदे कुछ बड़ा फैसला लेने वाले हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हर बड़ा फैसला लेने से पहले शिंदे अपने गांव जाते हैं. इस बार भी सीएम पर सस्पेंस के बीच वह अपने गांव गए हैं. खुद शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने ऐसा दावा किया है.
महाराष्ट्र में सीएम पर सस्पेंस के बीच शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस जल्द ही खत्म हो जाएगा. कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे अगले 24 घंटे में बड़ा फैसला लेंगे. उन्होंने आगे कहा कि एकनाथ शिंदे जब भी कोई अहम फैसला लेते हैं तो अपने पैतृक गांव जाते हैं. आज वह कुछ बड़ा फैसला ले लेंगे.
शिवसेना नेता संजय ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र के सीएम के नाम की घोषणा आज हो जाएगी और 2 दिसंबर को शपथ ग्रहण होगा. शिवसेना नेता शिरसाट ने आगे कहा कि एकनाथ शिंदे केंद्रीय कैबिनेट में कोई पद नहीं लेंगे क्योंकि उनकी रुचि महाराष्ट्र की राजनीति में है. महायुति में भाजपा, एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और अजित गुट वाली एनसीपी है. चुनाव में महायुति ने महाविकास अघाड़ी को करारी शिकस्त दी है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, संजय शिरसाट ने कहा कि महाराष्ट्र के नेता गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर मिले. अमित शाह और पीएम मोदी महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री पर फैसला करेंगे. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम के नाम का ऐलान आज आधी रात तक हो जाना चाहिए. मुझे जानकारी है कि शपथ ग्रहण समारोह 2 दिसंबर को होगा. एकनाथ शिंदे दिल्ली नहीं जाएंगे. उनकी रुचि दिल्ली की राजनीति से अधिक महाराष्ट्र की राजनीति में है.
शिंदे के गांव जाने से ही शिवसेना नेता संजय शिरसाट को बड़ा इशारा मिल गया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री शनिवार शाम तक कोई बड़ा फैसला लेंगे. शिरसाट ने कहा, ‘जब भी एकनाथ शिंदे को लगता है कि उन्हें सोचने के लिए कुछ समय चाहिए तो वे अपने गांव जाते हैं… जब उन्हें कोई बड़ा फैसला लेना होता है तो वे अपने गांव जाते हैं. शनिवार शाम तक शिंदे कोई बहुत बड़ा फैसला लेंगे.’
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अटकलों के बीच शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे शुक्रवार को अपने पैतृक गांव सतारा के लिए रवाना हो गए. सुबह दिल्ली से लौटने के बाद एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हुए. दिल्ली बैठक को “अच्छा और सकारात्मक” बताते हुए शिंदे के अचानक जाने से बातचीत रुक गई, जिसके कारण महायुति की अहम बैठक रद्द करनी पड़ी. अब इसे लेकर कयासों का बाजार गर्म हो चुका है.