इजरायल ने बशर अल-असद के जाते ही सीरिया में भारी बमबारी की है। इन हमलों ने सीरिया के हथियार भंडार को निशाना बनाया गया है। इसके साथ ही अमेरिका और तुर्की भी सीरिया के अलग-अलग हिस्सों में हमले कर रहे हैं। इन सबके बीच इजरायली सेना सीरिया की सीमा के अंदर घुसी है।
दमिश्क: इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने सोमवार को सीरिया में 100 से ज्यादा हवाई हमले किए हैं। इजरायल ने सीरियाई सेना के हथियारों को निशाना बनाया है, जिनके बारे में उसे डर है कि बशर अल-असद शासन के पतन के बाद दुश्मनों के हाथों में पड़ सकते हैं। वहीं, अमेरिका ने मध्य सीरिया में इस्लामिक स्टेट से जुड़े ठिकानों पर 75 हवाई हमले किए जबकि तुर्की ने अमेरिकी समर्थित कुर्द बलों को हमले में निशाना बनाया। तुर्की समर्थित सीरियाई राष्ट्रीय सेना ने उत्तरी शहर मनबिज पर कुर्दों से नियंत्रण छीन लिया है।
इजरायल ने की हमलों की पुष्टि
सीरियाई ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने एएफपी को बताया कि इजरायली लड़ाकू विमानों ने सीरिया में 100 से ज्यादा हवाई हमले किए हए हैं, जिसमें बरजा वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र भी शामिल है। इजरायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने पुष्टि की कि इजरायल ने सीरिया में रासायनिक हथियार स्थलों और लंबी दूरी के रॉकेटों पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि वे चरमपंथियों के हाथों में न पड़ें।
सीरिया में घुसी इजरायली सेना
इसके पहले रविवार को इजरायली सेना ने गोलान हाइट्स में इजरायल-सीरिया सीमा पर एक बफर जोन पर कब्जा कर लिया। इजरायल ने इसे अस्थायी रक्षात्मक उपाय बताया है। सीरिया ने 2013 में अपने रासायनिक हथियारों के भंडार को नष्ट करने पर सहमति जताई थी। हालांकि, व्यापक रूप से माना जाता है कि उसने सभी हथियार नष्ट नहीं किए और बाद के वर्षों में फिर से उका इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया था।
इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने एक बयान में कहा कि सेना पूरे सीरिया में भारी रणनीतिक हथियारों को नष्ट कर देगी जिसमें सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, वायु रक्षा प्रणाली, सतर से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें, लंबी दूरी के रॉकेट और तटीय मिसाइलें शामिल हैं।
अमेरिका ने भी बरसाए बम
सोमवार को अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बताया कि उसने मध्य सीरिया में आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के ठिकानों और लड़ाकों को निशाना बनाते हुए 75 एयरस्ट्राइक की हैं। अमेरिकी सेना ने इन हमलों के लिए बी-52 बॉम्बर और एफ-15ई लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। अमेरिका ने इन हमलों को सफल बताया था।