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Haryana Elections: सीएम सैनी ने करनाल या लाडवा से चुनाव लड़ने को लेकर नहीं की कोई घोषणा, BJP हाई कमान पर छोड़ा फैसला

Haryana Elections: सीएम सैनी ने करनाल या लाडवा से चुनाव लड़ने को लेकर नहीं की कोई घोषणा, BJP हाई कमान पर छोड़ा फैसला

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Haryana Elections: हरियाणा के मुख्यमंत्री नाईब सिंह सैनी ने करनाल या लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की है। हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बारोली ने केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद घोषणा की थी कि मुख्यमंत्री नाईब सैनी लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।

Haryana Elections: सीएम सैनी ने करनाल या लाडवा से चुनाव लड़ने को लेकर नहीं की कोई घोषणा, BJP हाई कमान पर छोड़ा फैसला

सीएम सैनी ने करनाल दौरे के दौरान यह कहा था:

मुख्यमंत्री ने करनाल दौरे के दौरान स्पष्ट किया था कि वह करनाल से विधायक हैं और चुनाव भी करनाल से ही लड़ेंगे। प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के बीच के दावों के बीच राजनीतिक गलियारों में यह संदेश फैल गया था कि नाईब सैनी लाडवा और करनाल दोनों सीटों से चुनाव लड़ने वाले हैं, लेकिन शनिवार को उन्होंने इस फैसले को भाजपा हाई कमान पर छोड़ दिया, जिससे स्थिति में भ्रम उत्पन्न हो गया है।

‘भाजपा हाई कमान ही तय करेगा चुनाव लड़ने की सीट’:

मुख्यमंत्री सैनी ने मीडिया के सामने भाजपा के 10 साल के कार्यकाल का खाता पेश करते हुए कहा कि टिकट की घोषणा से लेकर चुनाव लड़ने तक सभी निर्णय भाजपा हाई कमान द्वारा लिए जाते हैं। इसलिए चुनाव लड़ने की सीट का निर्णय भी भाजपा हाई कमान ही करेगा।

सीएम के बयान के बाद विवाद:

मुख्यमंत्री सैनी पहले नारनौल और वर्तमान में करनाल से विधायक हैं। लाडवा सीट सैनी समुदाय द्वारा प्रबल मानी जाती है। जब हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नाईब सैनी लाडवा से चुनाव लड़ेंगे, तो इससे करनाल और पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच सही संदेश नहीं गया।

करनाल में रोड शो के दौरान सीएम ने कहा कि राज्य अध्यक्ष मुझसे वरिष्ठ हैं और वे जानते हैं कि मैं लाडवा से चुनाव लड़ रहा हूं या नहीं, लेकिन मैं करनाल से भी चुनाव लड़ूंगा।

मुख्यमंत्री सैनी के मीडिया सलाहकारों ने भी बयान दिया कि चुनाव लड़ने की सीट को लेकर कोई विवाद नहीं है। शनिवार को मुख्यमंत्री ने करनाल, लाडवा या नारनौल की सीट का नाम न लेकर इस भ्रम को जस का तस रखा।

सत्र बुलाने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं:

मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 सितंबर से पहले कोई सत्र नहीं बुलाया जाएगा और विधानसभा भी भंग नहीं होगी। वे कानूनी विशेषज्ञों से बात कर रहे हैं और पता चला है कि 12 सितंबर से पहले मानसून सत्र बुलाने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है। भाजपा सरकार अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करेगी और राज्य में तीसरी बार सरकार बनाएगी।

एनडीए के साथ भाजपा की स्थिति:

क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीए में शामिल राजनीतिक पार्टियों के साथ भाजपा भी है। हरियाणा लोकहित पार्टी एनडीए का हिस्सा है, जबकि जयंत चौधरी की आरएलडी भी एनडीए में शामिल है।

SatishRana
Author: SatishRana

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