Ajmer: राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने एक बार पंजीकरण (ओटीआर) प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किया है, जिसका उद्देश्य परीक्षा के लिए आवेदन करने में धोखाधड़ी और फोटो में छेड़छाड़ को रोकना है। आयोग के सचिव रामनिवास मेहता के अनुसार, अब पंजीकरण के दौरान उम्मीदवार को वेबकैम के माध्यम से एक लाइव फोटो कैप्चर करनी होगी। जिन उम्मीदवारों ने पहले ही लाइव फोटो कैप्चर की है, वे भी ओटीआर में अपनी फोटो को पुनः कैप्चर कर सकते हैं यदि पूर्व की फोटो अस्पष्ट है। यह सुविधा उन्हें केवल एक बार उपलब्ध होगी।
लाइव फोटो कैप्चर की प्रक्रिया:
1. पंजीकरण के दौरान लाइव फोटो कैप्चर:
- उम्मीदवार को ओटीआर के ईकेवाईसी (EKYC) अनुभाग में जाकर लाइव फोटो कैप्चर लिंक पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद, 5 सेकंड के टाइमर के बाद उम्मीदवार को अपनी आंखें दो-तीन बार झपकानी होंगी। यदि फोटो बंद आंखों के साथ कैप्चर होती है, तो फोटो को फिर से कैप्चर करना होगा।
- फोटो कैप्चर करते समय, उम्मीदवार को सीधे कैमरे की ओर देखना होगा। यदि उम्मीदवार चश्मा पहनते हैं, तो फोटो चश्मा पहनकर ही कैप्चर की जाएगी। चश्मे की वजह से अगर फोटो में रिफ्लेक्शन या ग्लेयर हो, तो फोटो साफ और स्पष्ट होनी चाहिए।
2. फोटो की गुणवत्ता:
- फोटो को स्पष्ट और तेज पृष्ठभूमि के साथ कैप्चर करना आवश्यक है। धुंधली या अंधेरी फोटो मान्य नहीं होगी।
- उम्मीदवार को एक स्पष्ट फोटो कैप्चर करने तक प्रयास जारी रखने की अनुमति होगी, लेकिन अंतिम सत्यापन के बाद OTP द्वारा सबमिशन के बाद कोई भी अवसर नहीं मिलेगा।
3. उत्तरदायित्व और स्वीकृति:
- फोटो कैप्चर के बाद, उम्मीदवार को एक चेक बॉक्स में टिक करना होगा, जिसमें प्रमाणित करना होगा कि “मैंने सभी उपरोक्त निर्देशों को पढ़ लिया है और मुझे पता है कि यह फोटो आवेदन पत्र और प्रवेश पत्र पर उपयोग की जाएगी। यदि मेरी पहचान स्पष्ट और विशिष्ट फोटो के कारण नहीं की जा सकती है, तो मुझे परीक्षा से वंचित किया जा सकता है। यदि फोटो पर्याप्त रोशनी में नहीं है, अस्पष्ट है, धुंधली है, बंद आंखों के साथ है या टेढ़ी है, तो मेरा आवेदन अस्वीकार किया जा सकता है, इसके लिए मैं पूरी तरह से जिम्मेदार रहूंगा।”
आयोग के नए कदम:
आरपीएससी के इस कदम से न केवल डमी उम्मीदवारों को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि उन उम्मीदवारों के लिए भी प्रभावी रोकथाम सुनिश्चित होगी जो आवेदन के दौरान गलत फोटो अपलोड करने का बहाना बनाते हैं। आयोग की जांच के दौरान यदि कोई संदेह होता है, तो परीक्षा के दौरान की गई वीडियोग्राफी को ओटीआर में कैप्चर की गई फोटो से मिलाया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त, आयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी उपयोग करेगा ताकि प्रक्रिया को और अधिक सटीक और प्रभावी बनाया जा सके।
लाइव फोटो कैप्चर का महत्व:
लाइव फोटो कैप्चर की अनिवार्यता के माध्यम से आरपीएससी का मुख्य उद्देश्य उम्मीदवारों की पहचान की सटीकता को सुनिश्चित करना है। यह कदम धोखाधड़ी और छेड़छाड़ को रोकने में सहायक होगा और परीक्षा की पारदर्शिता को बढ़ाएगा। साथ ही, यह सुनिश्चित करेगा कि सभी उम्मीदवारों की पहचान सुरक्षित और स्पष्ट हो, जिससे परीक्षा के समय कोई विवाद न उत्पन्न हो।
निष्कर्ष:
आरपीएससी द्वारा एक बार पंजीकरण प्रक्रिया में किए गए ये बदलाव परीक्षा प्रणाली को और अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। लाइव फोटो कैप्चर की अनिवार्यता से न केवल उम्मीदवारों की पहचान में सुधार होगा, बल्कि धोखाधड़ी की संभावना भी कम होगी। यह कदम परीक्षा प्रक्रिया को अधिक कुशल और निष्पक्ष बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उम्मीदवारों को इस नए प्रावधान के तहत ध्यानपूर्वक पंजीकरण प्रक्रिया का पालन करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि उनकी फोटो सभी मानदंडों को पूरा करती हो।