Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal की याचिका की सुनवाई आज, सोमवार को, दिल्ली हाई कोर्ट में होगी। Kejriwal इस समय सीबीआई के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। हालांकि, उन्हें ED के मामले में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है। Kejriwal पिछले कई महीनों से जेल में हैं। वहीं, कई आप नेताओं, जिनमें मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, को जमानत मिल चुकी है।
दिल्ली शराब नीति मामला
मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal की याचिका, जो ED द्वारा शराब घोटाले से संबंधित मनी लॉन्डरिंग मामले में जारी किए गए समन को चुनौती देती है, आज दिल्ली हाई कोर्ट में सुनी जाएगी।
समन पर हाजिर न होने का मामला
ED ने Kejriwal को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था क्योंकि उन्होंने कुल नौ बार जारी किए गए समन के बावजूद पेश नहीं हुए। मुख्यमंत्री Kejriwal इस समय सीबीआई के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। दूसरी ओर, उन्हें ED के मामले में सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने Kejriwal की गिरफ्तारी और जमानत को चुनौती देने वाली याचिका पर बहस पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। गुरुवार को Kejriwal और सीबीआई के बीच जमानत पर गर्मागर्म बहस हुई।
Kejriwal के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सीबीआई की गिरफ्तारी को अवैध बताया और उनकी रिहाई और जमानत की मांग की। दूसरी ओर, सीबीआई ने गिरफ्तारी का बचाव करते हुए कहा कि Kejriwal ने जांच में सहयोग नहीं किया, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया। सीबीआई ने दावा किया कि उसकी जांच और गिरफ्तारी का अधिकार है।
जमानत पर सुनवाई
सीबीआई की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर एसवी राजू ने Kejriwal की जमानत याचिका पर प्रारंभिक आपत्ति उठाई और कहा कि उन्हें पहले सत्र न्यायालय में जमानत के लिए जाना चाहिए था, न कि सीधे हाई कोर्ट में। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और उज्जवल भुइयां की बेंच ने Kejriwal की याचिकाओं पर पूरी दिन की बहस सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है।
सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
बेंच ने दोनों पक्षों को शनिवार तक संक्षिप्त लिखित तर्क दाखिल करने का समय दिया है। Kejriwal ने दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। हाई कोर्ट ने Kejriwal की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने सीबीआई की गिरफ्तारी को चुनौती दी थी और कहा था कि उन्हें जमानत के लिए निचली अदालत में जाना चाहिए। Kejriwal ने दोनों आदेशों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
निष्कर्ष
आज की सुनवाई के बाद यह स्पष्ट होगा कि मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal को इस मामले में आगे की राहत मिलती है या नहीं। यह मामला न केवल दिल्ली की राजनीति बल्कि पूरे देश की राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है। इसलिए, सभी की निगाहें इस सुनवाई पर हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि अदालत इस मामले में क्या निर्णय देती है।