Eid Miladunnabi in Ajmer: ईद मिलादुन्नबी, इस्लाम के पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के जन्मदिन के अवसर पर, देश और विदेश में धूमधाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर अजमेर शरीफ में मुसलमान समुदाय द्वारा एक भव्य जुलूस निकाला गया।
जुलूस अन्दर कोट क्षेत्र के मुस्लिम इलाके से शुरू हुआ और निजाम गेट के माध्यम से दर्गा के सब्ज़ उध्यान क़ुतुब साहिब तक पहुंचा। दर्गा के निजाम गेट के बाहर सभी धर्मों के लोग एक साथ जश्न मना रहे थे। जुलूस का स्वागत विभिन्न हिंदू-मुस्लिम संगठनों द्वारा किया गया। मुस्लिम भाइयों ने हिंदू भाइयों को गले लगाते हुए उन्हें हार से नवाजा, और जुलूस के दौरान इस्लामी झंडों के साथ “मरहबा या मुस्तफा” की गूंज सुनाई दी। इस पूरे जुलूस में धार्मिक सद्भाव की झलक देखने को मिली।
जुलूस में विशेष रूप से मक्का-मदीना शरीफ के झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। भक्त एक-दूसरे को इत्र लगाते हुए और अपने पैगंबर की प्रशंसा में गाने गाते हुए देखे गए। यह बात उल्लेखनीय है कि इस्लाम के पैगंबर पूरी दुनिया के लिए एक आशीर्वाद के रूप में आए और सभी मानवता को प्रेम का संदेश दिया। यही कारण है कि उनके अनुयायी विभिन्न धर्मों, जातियों और नस्लों के लोग हैं।
इस भव्य जुलूस में अंजुमन सैयद जदगन, अन्दरकोट पंचायत समिति के एसएम अकबर, पूर्व RTC अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, अजमेर कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार रामचंद्र चौधरी, विधायक उम्मीदवार द्रौपदी कोली, कांग्रेस नेता राजकुमार जयपाल, शैलेन्द्र अग्रवाल और अन्य कई लोग शामिल हुए।
इस प्रकार, ईद मिलादुन्नबी के मौके पर अजमेर में दिखी यह धार्मिक और सामाजिक एकता ने सबको एकता और भाईचारे का संदेश दिया। यह न केवल मुस्लिम समुदाय के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जो सबके बीच भाईचारे और आपसी समझ को प्रोत्साहित करता है।