Karauli News: करौली जिला मुख्यालय पर फूटाकोट के पास दुर्गा सिनेमा हॉल गली में स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के कमरे की छत की पटि्टयां गिरने से मां-बेटी उसके नीचे दब गईं। हालांकि, घटना की जानकारी मिलते ही इलाके के लोग और सिविल डिफेंस टीम मौके पर पहुंची और उनकी मदद से दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
घटना का विवरण
बुधवार को दिन भर हल्की बारिश के कारण कमरे की छत की पटि्टयां टूट गई, जिससे मां-बेटी उसके नीचे दब गईं। पंचमुखी महादेव और हनुमान जी का मंदिर दुर्गा सिनेमा हॉल गली में स्थित है, जहां संजय शर्मा की पत्नी राधा शर्मा और उनकी बेटी धीरज शर्मा मंदिर के एक कमरे में रहते हैं।
बारिश के कारण कमरे की छत की लकड़ी की पटि्टयां ढह गई और नीचे के कमरे की छत पर गिर गई। इसके चलते नीचे के कमरे की छत भी टूट गई और उसके नीचे सो रही मां-बेटी दब गईं। यह घटना फूटाकोट के पास स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के परिसर में हुई।
सिविल डिफेंस टीम ने संभाला मोर्चा
जैसे ही यह खबर इलाके में फैली, स्थानीय लोग और सिविल डिफेंस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई। करौली सिविल डिफेंस के प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि मंदिर के पास ही स्थित एक कमरे की छत अचानक गिरने से राधा शर्मा और उनकी बेटी धीरज उसके नीचे दब गईं। स्थानीय लोग, मजदूर और पुलिस की मदद से सिविल डिफेंस टीम ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
मां-बेटी को सुरक्षित निकाला गया
घटना के बाद राधा शर्मा को करौली अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार, उनकी बेटी धीरज को मामूली चोटें आई हैं जबकि राधा शर्मा को अधिक चोटें लगने के कारण उन्हें अस्पताल में बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है और उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
लोगों की सक्रियता और प्रशासन की तत्परता
स्थानीय लोगों और सिविल डिफेंस टीम की सक्रियता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। लोगों की समय पर प्रतिक्रिया और सिविल डिफेंस की तेज कार्रवाई से मां-बेटी को सुरक्षित बचा लिया गया। हालांकि, यह घटना एक बार फिर कमजोर निर्माण और पुरानी इमारतों के रखरखाव की समस्याओं को उजागर करती है। क्षेत्र के लोग और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए उपाय कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।
घटना के बाद का माहौल
घटना के बाद इलाके में डर और चिंता का माहौल है। स्थानीय लोग इस घटना को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से इमारतों के निरीक्षण की मांग कर रहे हैं। सिविल डिफेंस टीम के प्रभारी प्रदीप कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए लोगों को अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए, खासकर बरसात के मौसम में जब कमजोर निर्माणों पर अधिक दबाव पड़ता है।
प्रशासन की अपील
घटना के बाद करौली के जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन सभी पुरानी और कमजोर इमारतों का निरीक्षण करेगा और जहां आवश्यक होगा, वहां मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए पहले से तैयारी और सुरक्षा के उपाय किए जाने चाहिए।
अस्पताल में उपचार जारी
अस्पताल में भर्ती राधा शर्मा की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है, लेकिन डॉक्टरों की एक टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। उनकी बेटी धीरज को मामूली खरोंचें आई हैं और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।
यह घटना स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी चेतावनी साबित हुई है और प्रशासन को कमजोर निर्माणों की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
भविष्य की सुरक्षा योजनाएं
इस घटना के बाद करौली प्रशासन ने पूरे जिले में पुराने और कमजोर इमारतों का निरीक्षण करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही, प्रशासन ने लोगों से अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों की स्थिति पर ध्यान देने की अपील की है, ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। सिविल डिफेंस टीम को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके।