Delhi Politics: दिल्ली में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर आम आदमी पार्टी (AAP) के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने 3 अक्टूबर, 2024 को कहा कि आज शरद नवरात्रि का पहला दिन है और वे सभी भक्तों को इस अवसर पर शुभकामनाएँ देते हैं। इस दौरान, उन्होंने दिल्ली पुलिस द्वारा लागू किए गए एक विवादास्पद आदेश पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
तुगलकी फरमान का जिक्र
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 30 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों पर एक तुगलकी फरमान जारी किया। इस आदेश से हिंदू भक्तों में आक्रोश फैल गया था, क्योंकि इससे रामलीला के आयोजन और पूजा-पाठ पर असर पड़ने की आशंका जताई गई थी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कalkाजी मंदिर के पुजारी ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।
पुलिस के आदेश की वापसी
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि केंद्र सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सर्वोच्च न्यायालय में कहा, “हम दिल्ली पुलिस का आदेश वापस ले रहे हैं।” उन्होंने इसे दिल्ली के लोगों के लिए बड़ी जीत बताया। यह निर्णय इस बात का संकेत है कि सरकार धार्मिक आयोजनों को लेकर कितनी संवेदनशील है और वह कैसे धार्मिक भावनाओं का सम्मान करती है।
केजरीवाल का सीएम निवास छोड़ना
सौरभ भारद्वाज ने AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के सीएम निवास छोड़ने के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद यह घोषणा की थी कि वे श्राद्ध खत्म होने के बाद अपने निवास को छोड़ देंगे। उन्होंने बताया कि कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल को अपने घर रहने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने तय किया कि वे अपने न्यू दिल्ली क्षेत्र में रहेंगे, जहां से वे चुनाव लड़ते हैं। अब अरविंद केजरीवाल और उनका परिवार, पार्टी के सांसद अशोक मित्तल के घर पर रहेंगे, जब तक वे फिर से चुनाव जीतकर सीएम नहीं बन जाते।
दिल्ली में सुरक्षा की स्थिति
दिल्ली में एक डॉक्टर पर गोलीबारी और गुंडों द्वारा छेड़छाड़ की घटनाओं का जिक्र करते हुए, सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह अब दिल्ली में एक आम बात बन गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टरों और व्यवसायियों से रंगदारी वसूली जा रही है। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने उपराज्यपाल (LG) से मिलने का समय मांगा है।
उन्होंने कहा कि LG, जो चुनाव में प्रधानी का चुनाव नहीं जीत सके, वे निर्वाचित विधायकों से मिलने का समय नहीं दे रहे हैं। वहीं, LG उन स्थानों का निरीक्षण करते हैं, जहां उनका कोई काम नहीं है, लेकिन पुलिस थानों का निरीक्षण नहीं करते। सौरभ ने कहा कि आज एक डॉक्टर अपने क्लिनिक में सुरक्षित नहीं है और एक कार शोरूम के मालिक को अपने शोरूम में सुरक्षा का एहसास नहीं होता।
दिल्ली में सुरक्षा और कानून व्यवस्था का संकट
दिल्ली में सुरक्षा की स्थिति गंभीर होती जा रही है, जिसमें एक डॉक्टर पर गोलीबारी और रंगदारी के मामले सामने आ रहे हैं। यह स्पष्ट है कि अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है और पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि दिल्ली पुलिस को अपनी प्राथमिकताओं पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
आम आदमी पार्टी का संकल्प
आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर अपनी चिंताओं को उजागर किया है और कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रयासरत है। सौरभ भारद्वाज के बयान से यह स्पष्ट होता है कि AAP दिल्ली के लोगों की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है। पार्टी ने मांग की है कि उपराज्यपाल को अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए और पुलिस को भी अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।