Delhi Latest News: दिल्ली के देओली विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक प्रकाश जारवाल ने 21 सितंबर 2024 को राउज एवेन्यू कोर्ट में एक याचिका दायर की है। उन्होंने अदालत से डॉ. राजेंद्र भाटी आत्महत्या मामले में कुछ साक्ष्य पेश करने की अनुमति मांगी है। अदालत ने उनके वकील को निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार एक अलग आवेदन दायर करने के लिए कहा है। इस मामले की अगली सुनवाई 30 सितंबर 2024 को सुबह 11:30 बजे होगी।
आत्महत्या का मामला
डॉ. राजेंद्र भाटी की आत्महत्या ने दिल्ली में काफी हलचल मचाई थी। आरोप है कि जारवाल का इस मामले से सीधा संबंध है। मामले में सुनवाई के दौरान यह साफ हुआ कि जारवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिनकी जांच चल रही है।
डॉ. भाटी की आत्महत्या के बाद उनके परिवार ने कई आरोप लगाए थे, जिनमें से एक यह था कि जारवाल का उनके साथ कोई विवाद था। इस विवाद ने डॉ. भाटी को मानसिक तनाव में डाल दिया था, जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया।
जारवाल का अनुरोध
प्रकाश जारवाल ने अदालत में जो याचिका दायर की है, उसमें उन्होंने साक्ष्य पेश करने की अनुमति मांगी है। उनका दावा है कि ये साक्ष्य उनके पक्ष में साबित हो सकते हैं। अदालत ने उनके वकील को निर्देश दिया है कि वे उचित प्रक्रिया के तहत आवेदन प्रस्तुत करें।
इस याचिका के माध्यम से जारवाल ने यह संकेत दिया है कि वे अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए गंभीर हैं। हालांकि, यह देखने वाली बात होगी कि क्या अदालत उनकी याचिका को स्वीकार करती है या नहीं।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
इस मामले ने राजनीतिक हलकों में भी तूल पकड़ा है। आम आदमी पार्टी, जो आमतौर पर भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ खड़ी होती है, अब एक विधायक पर गंभीर आरोपों के कारण आलोचना का सामना कर रही है। जारवाल के मामले ने पार्टी की छवि को प्रभावित किया है, और उनके द्वारा उठाए गए कदम यह दर्शाते हैं कि पार्टी किसी भी स्थिति में अपने नेताओं का बचाव करेगी।
कोर्ट की प्रक्रिया
अदालत की कार्यवाही में जारवाल के वकील ने तर्क दिया कि यदि अदालत उन्हें साक्ष्य पेश करने की अनुमति देती है, तो इससे स्पष्टता आएगी और उनके मुवक्किल को न्याय मिलेगा। इसके जवाब में, अदालत ने वकील को निर्देश दिया कि वे उचित दस्तावेज और सबूत पेश करें ताकि सुनवाई आगे बढ़ सके।
अगली सुनवाई का महत्व
30 सितंबर को होने वाली अगली सुनवाई इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जारवाल अपने खिलाफ लगे आरोपों से खुद को बचा पाएंगे या अदालत उन्हें दोषी ठहराएगी। इस सुनवाई के परिणाम से न केवल जारवाल के भविष्य पर असर पड़ेगा, बल्कि आम आदमी पार्टी की राजनीतिक रणनीति पर भी प्रभाव डालेगा।