“राजस्थान में बीजेपी की ‘मूंछ पॉलिटिक्स’ की शुरुआत

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राजस्थान के खींवसर उपचुनाव में बीजेपी ने हनुमान बेनीवाल का गढ़ जीत लिया। इसके बाद राजस्थान में ‘मूंछ पॉलिटिक्स’ चर्चा में आ गई है। चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने इस सीट पर बीजेपी की जीत को लेकर अपनी मूंछें दांव पर लगाईं थी। अब जीत के बाद जयपुर में पोस्टर लगे रहे हैं, जिन पर मूंछें बनी हैं। जानते हैं क्या है पूरा मामला।

राजस्थान: उपचुनाव में खींवसर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने सांसद हनुमान बेनीवाल का गढ़ ढ़हा दिया। इसको लेकर बीजेपी जश्न मना रही है। बता दें कि इस सीट को लेकर चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने अपनी मूंछों का दांव लगाया था। अब इस सीट पर जीतने के बाद बीजेपी की ‘मूंछ पॉलिटिक्स’ जमकर सुर्खियों में है। जयपुर में इसके पोस्टर भी नजर आ रहे हैं जिसमें मूंछ बनी हुई है और अंग्रेजी में खींवसर लिखा हुआ है। इधर, हरीश चौधरी ने बीजेपी की मूंछ पॉलिटिक्स पर हमला करते हुए इसे छोटी सोच बताया है।

मूंछ पाॅलिटिक्स को लेकर जयपुर में लगे बड़े-बड़े पोस्टर

राजस्थान में उपचुनाव को लेकर खींवसर सीट जमकर सुर्खियों में रही। इधर, चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह ने बीजेपी की जीत को लेकर दावा करते हुए अपनी मूंछों पर दांव लगाया था। उन्होंने कहा था कि ‘यदि बीजेपी हार गई, तो वह अपनी मूंछ कटा देंगे।’ अब चुनाव परिणाम में बीजेपी ने जीत हासिल की तो उन्होंने अपनी मूंछों पर तांव देते हुए इस जीत का जश्न मनाया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। बीजेपी खींवसर विधानसभा सीट की जीत को बड़े जश्न के रूप में ले रही है। इधर, मूंछ पॉलिटिक्स पर अब सियासत शुरू हो गई है। जयपुर में सिविल लाइंस क्षेत्र में मूंछों के बड़े-बड़े पोस्टर दिखने लगे हैं। यह पोस्टर मंत्री गजेंद्र सिंह के आवास के समीप लगे हुए हैं।

‘मूंछ पॉलिटिक्स’ पर हरीश चौधरी का पलटवार

इधर, खींवसर विधानसभा सीट जीत के बाद प्रदेश में मूंछ पॉलिटिक्स पर सियासत शुरू हो गई है। जयपुर में जगह-जगह मूंछों के बड़े पोस्टर लगे हुए हैं। इधर, सोशल मीडिया पर बायतू विधायक ने बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चुनाव को व्यक्तिगत प्रतिष्ठा से जोड़कर सभ्य समाज में विवाद को जन्म दिया जा रहा है। हरीश चौधरी ने अपने पोस्ट में लिखा कि चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, जो आमजन के मुद्दों, विचारधारा व भविष्य निर्माण की लड़ाई है, दुर्भाग्य से पिछले कुछ सालों से इसे व्यक्तिगत प्रतिष्ठा से जोड़कर सभ्य समाज में विवादों को जन्म दिया जा रहा है। हार जीत चुनाव के दो पहलू हैं, इसमें इस तरह की बातें करना छोटी सोच को दर्शाता है।

खींवसर में जानें क्या रहा था कांग्रेस का हाल

खींवसर विधानसभा सीट पर भी कांग्रेसी उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई। उपचुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद शर्मनाक रहा। सवाई सिंह चौधरी के मुकाबले उनकी पत्नी डॉ रतन चौधरी को इस बार दस फीसदी वोट भी नहीं मिल पाए। जिसके कारण उनकी जमानत जब्त हो गई। डॉ रतन चौधरी को महज 5454 वोट मिले, जो मात्र ढाई फीसदी है। बरसों पुरानी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों जमानत का जब्त होना सियासत में जमकर चर्चा है।

 

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Author: Hind News Tv

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